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कांग्रेस बोली- MSP पर मोदी खुद की बात क्यों नहीं सुनते...

नए कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है. तीनों कृषि कानूनों पर सरकार और किसान के बीच बात नहीं बन पा रही है. इसे लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है.

Updated on: 18 Dec 2020, 05:34 PM

नई दिल्ली:

नए कृषि कानून को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है. तीनों कृषि कानूनों पर सरकार और किसान के बीच बात नहीं बन पा रही है. इसे लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद घोषणा की थी कि एमएसपी पर एक कानून लागू करने की जरूरत है. फिर मोदी खुद अपनी बात क्यों नहीं सुनते हैं.

रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि पार्टी जल्द ही नए पार्टी अध्यक्ष का चुनाव करने की प्रक्रिया शुरू करेगी. कांग्रेस का इलेक्टोरल कॉलेज, AICC के सदस्य, कांग्रेस कार्यकर्ता और सदस्य चुनेंगे कि कौन सबसे उपयुक्त है. मेरे समेत 99.9% लोग चाहते हैं कि राहुल गांधी ही पार्टी अध्यक्ष चुने जाए.

रातों-रात नहीं आए हैं कृषि कानून, एमएसपी प्रणाली लागू रहेगी: मोदी

केंद्र के हाल ही में लागू कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कृषक समुदाय को आश्वासन दिया कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) प्रणाली समाप्त नहीं की जाएगी. उन्होंने यह भी कहा कि नये कृषि कानून रातों-रात नहीं आए हैं, बल्कि विभिन्न दल, विशेषज्ञ और प्रगतिशील किसान लंबे समय से सुधारों की मांग कर रहे थे.

मोदी ने किसान सम्मेलन को वीडियो कॉन्फ्रेंस से संबोधित करते हुए कहा कि मैं किसानों को भरोसा दिलाता हूं कि एमएसपी को खत्म नहीं किया जाएगा, यह जारी रहेगी, विपक्ष इस बारे में झूठ बोल रहा है. उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें कृषि सुधारों से नहीं बल्कि ‘मोदी से दिक्कत’ है. 

मोदी ने कहा कि विपक्षी दलों ने स्वामीनाथन समिति की रिपोर्ट वर्षों तक दबाए रखी, लेकिन हमने इसे किसानों के हित में इसे लागू किया. प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने-अपने घोषणापत्रों में कृषि सुधारों के बारे में बात करने वाले राजनीतिक दलों से लोगों को जवाब मांगना चाहिए. 

उन्होंने विपक्षी दलों को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि कृषि सुधारों का श्रेय आप लेना चाहते हैं तो लें लेकिन किसानों को भ्रमित नहीं करें. उन्होंने साथ ही आरोप लगाया कि मध्य प्रदेश में 2018 में विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने लोगों को कृषि कर्ज माफी के नाम पर धोखा दिया.