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Farmers Protest: टोहाना बॉर्डर पर तैनात दरोगा समेत तीन पुलिसकर्मियों की मौत, किसान आंदोलन 2 दिन के लिए स्थगित

Farmers Protest: केंद्र सरकार के बातचीत के न्योते पर किसान संगठनों ने अपना आंदोलन दो दिन के लिए टाल दिया है. किसान अब गुरुवार और शुक्रवार को सरकार का रुख देखेंगे और फिर आगे की रणनीति के अनुसार आगे बढ़ेंगे

Updated on: 22 Feb 2024, 08:27 AM

New Delhi:

Farmers Protest: केंद्र सरकार के बातचीत के न्योते पर किसान संगठनों ने अपना आंदोलन दो दिन के लिए टाल दिया है. किसान अब गुरुवार और शुक्रवार को सरकार का रुख देखेंगे और फिर आगे की रणनीति के अनुसार आगे बढ़ेंगे. इस बीच पुलिसकर्मियों की मौत का सिलसिला भी जारी है. कल यानी बुधवार को किसान आंदोलन के दौरान हरियाणा पुलिस के एक दरोगा विजय कुमार की मौत हो गई. विजय कुमार टोहाना बॉर्डर पर तैनात थे. जानकारी के अनुसार ड्यूटी के दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई और कुछ ही पलों में उन्होंने दम तोड़ दिया. इस क्रम में अभी तक तीन पुलिस वालों की मौत हो चुकी है. हरियाणा के डीजीपी ने इस घटना पर दुख प्रकट किया है. 

किसान आंदोलन के दौरान अब तक तीन पुलिसकर्मियों की मौत

जानकारी के अनुसार किसान आंदोलन के दौरान दरोगा विजय कुमार अपनी ड्यूटी पर थे, तभी अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई. उनको तुरंत अस्पताल ल जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया.  हरियाणा के डीजीपी शत्रुजीत कपूर ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि डिपार्टमेंट इस दुख की घड़ी में विजय कुमार के परिजनों के साथ है. दरोगा विजय कुमार (40) हरियाणा की नुंह चौकी पर तैनात थे. घटना के बाद विजय के पार्थिव शरीर के उनके रोहतक स्थित घर भिजवाया गया, जहां देर रात उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि किसान आंदोलन के दौरान विजय कुमार से पहले भी दो पुलिसकर्मियों की मौत हो चुकी है. 

शंभू बॉर्डर से ऐसे आगे बढ़ा किसानों का काफिला और सरकार ने दिया बातचीन का न्योता

आपकी जानकारी के लिए बता दें कि सरकार के साथ चार दौर की वार्ता विफल होने के बाद किसानों कल यानी बुधवार को शंभू बॉर्डर (पंजाब-हरियाणा बॉर्डर) से राजधानी दिल्ली की तरफ बढ़ने शुरु हो गए थे. हालांकि पुलिस-प्रशासन ने किसानों को रोकने के लिए पुख्ता इंतजाम कर रखे थे. किसानों के ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के काफिले को रोकने के लिए सड़कों पर लोहे की लंबी-लंबी कीलें गाड़ी गईं थी और मजबूत बैरिकेडिंग की गई थी. लेकिन किसान पुलिस-प्रशासन की सुरक्षा किला तोड़ने के लिए जेसीपी और पॉर्कलेन मशीन लेकर आगे बढ़ रहे थे. इस दौरान जब शंभू बॉर्डर पर पुलिसकर्मियों ने किसानों को रोकने का प्रयास किया तो हाथापाई की नौबत आ गई, जिसके चलते पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े. हालांकि सरकार और पुलिस ने किसानों से शांति बरतने की अपील की. लेकिन किसान पीछे हटने को तैयार नहीं थे. इस बीच केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसानों से पांचवें दौर की वार्ता की अपील की और न्यूनतम समर्थन मूल्य समेत सभी मांगों पर विचार करने का आश्वसन दिया. सरकार के आग्रह पर किसानों ने अपना आंदोलन दो दिनों के लिए टाल दिया है.