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कृषि मंत्री तोमर और किसानों के बीच हुई बैठक

दिल्ली बॉर्डर पर नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 27वां दिन है. किसान लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आंदोलनरत किसानों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है. वह शिफ्ट बना कर 11-11 किसान भूख हड़ताल करेंगे.

Updated on: 22 Dec 2020, 03:07 PM

नई दिल्ली:

दिल्ली बॉर्डर पर नए कृषि कानून के खिलाफ किसानों के आंदोलन का आज 27वां दिन है. किसान लगातार केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. आंदोलनरत किसानों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी है. वह शिफ्ट बना कर 11-11 किसान भूख हड़ताल करेंगे. इस दौरान सरकार से कई दौर की बातचीत हो चुकी है, लेकिन कोई समाधान अभी तक नहीं निकल पाया है. सरकार ने एक बार फिर किसानों से बातचीत करने का प्रस्ताव भेजा है. ऐसे में आज किसान संगठनों की एक बैठक होने वाली है जिसमें सरकार के प्रस्ताव को लेकर अहम फैसला लिया जा सकता है. केंद्र सरकार ने 40 किसान संगठनों को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा था और उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया था. सरकार ने यह भी कहा था किसान संगठन अपनी पसंद से कोई भी तारीख चुन सकते हैं. ऐसे में इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि किसान संगठनों की आज की बैठक में केंद्र सरकार के प्रस्ताव को लेकर कोई फैसला लिया जा सकता है.

calenderIcon 17:49 (IST)
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दिल्ली के कृषि भवन में भारतीय किसान यूनियन नेताओं और केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की बैठक में चल रही है.


calenderIcon 17:46 (IST)
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सिंघू सीमा पर पंजाब से किसान नेता कुलवंत सिंह संधू ने कहा कि आज की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि केंद्र द्वारा भेजे गए प्रस्ताव पर क्या निर्णय लिया जाएगा. 


calenderIcon 17:09 (IST)
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किसान आंदोलन का असर दिखने लगा है. दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर अब भी लंबा जाम लगा है.


 

calenderIcon 15:23 (IST)
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कृषि कानून के खिलाफ बुधवार को कांग्रेस का फिर बड़ा प्रदर्शन होगा. किसान दिवस पर कांग्रेसी भाजपा के सांसदों और विधायकों को फिर घेरेंगे. भाजपा जनप्रतिनिधियों के कार्यालयों पर थाली बजाकर प्रदर्शन होगा. किसानों के मुद्दे पर प्रदेश में कांग्रेस का प्रदेश व्यापी आंदोलन होगा.

calenderIcon 15:17 (IST)
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भारतीय-कनाडाई गायक जज़ी बी दिल्ली में सिंघू सीमा पर आंदोलनकारी किसानों को संबोधित कर रहे हैं. 


calenderIcon 15:01 (IST)
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नोएडा- महामाया फ्लाईओवर के नीचे पहुंचे सैंकड़ों किसान. बिल के समर्थन में पहुंचे किसान. पुलिस ने किसानों को महामाया फ्लाईओवर के नीचे रोका. किसान दिल्ली जाने की कर रहे ज़िद.  200-300 किसान पहुंचे हैं.

calenderIcon 12:39 (IST)
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दिल्ली- नोएडा चिल्ला बॉर्डर पर किसानों के धरना प्रदर्शन का आज 22 वां दिन है. कृषि कानून के खिलाफ किसान चिल्ला बॉर्डर पर बैठे हैं. चिल्ला बॉर्डर पर किसानों की भूख हड़ताल का आज दूसरा दिन है. आज भी 11 किसान भूख हड़ताल पर बैठे हैं, कल भी 11 किसान बैठे थे. 

calenderIcon 11:24 (IST)
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दिल्ली से गाजियाबाद जाने के लिए गाजीपुर बॉर्डर बंद. 


calenderIcon 10:33 (IST)
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सोमवार को सिंघू बॉर्डर पर एक 65 वर्षीय किसान ने जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या करने का प्रयास किया. पंजाब के तरनतारन के निवासी निरंजन सिंह के रूप में  किसान किसान की पहचान हुई.बताया जा रहा है कि वे किसानों की हालत पर नाराज थे क्योंकि वे सड़क पर बैठे थे. उन्हें तुरंत सोनीपत सिटी अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी हालत गंभीर थी. फिर देर रात उन्हें पीजीआई रोहतक में स्थानांतरित कर दिया गया, जहां उनकी हालत स्थिर बताई गई है. पिछले हफ्ते, एक धार्मिक नेता ने खुद को गोली मारकर सिंघू बॉर्डर पर आत्महत्या कर ली थी.

calenderIcon 10:32 (IST)
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भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमें कृषि मंत्री से अभी तक कोई बैठक का निमंत्रण नहीं मिला है. किसानों ने निर्णय लिया है कि जब तक सरकार सभी 3 कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती तब तक वे वापस नहीं जाएंगे. सभी मुद्दों को हल करने में एक महीने से अधिक समय लगेगा। सरकार हमारे पास आएगी. 


calenderIcon 09:09 (IST)
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सरकार के  प्रस्ताव पर किसानों की बैठक. 10 बजे पंजाब किसान जथेबंदियो और 2 बजे सयुंक्त किसान मोर्चा की होगी बैठक. बैठक में सरकार से मुलाकात के प्रस्ताव पर लिया अंजायेगा फैंसला. सरकार से बैठक की तारीख भी हो सकती है तय.

calenderIcon 08:30 (IST)
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यूपी दिल्ली बॉर्डर पर दिन निकलते ही किसानों ने एक बार फिर से NH 9 को पूरी तरह से जाम किया. दिल्ली से गाजियाबाद आने वाली लाइन पर भी किसान बैठे. NH 9 पूरी तरह से जाम कल दोपहर भी जाम किया गया था.

calenderIcon 07:45 (IST)
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सरकार ने एक बार फिर किसानों से बातचीत करने का प्रस्ताव भेजा है. ऐसे में आज किसान संगठनों की एक बैठक होने वाली है जिसमें सरकार के प्रस्ताव को लेकर अहम फैसला लिया जा सकता है. केंद्र सरकार ने 40 किसान संगठनों को संबोधित करते हुए एक पत्र लिखा था और उन्हें बातचीत के लिए आमंत्रित किया था. सरकार ने यह भी कहा था किसान संगठन अपनी पसंद से कोई भी तारीख चुन सकते हैं. ऐसे में इस बात की उम्मीद जताई जा रही है कि किसान संगठनों की आज की बैठक में केंद्र सरकार के प्रस्ताव को लेकर कोई फैसला लिया जा सकता है.

calenderIcon 06:44 (IST)
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हरियाणा कांग्रेस प्रमुख कुमारी शैलजा ने सोमवार को यह कहते हुए केंद्र पर निशाना साधा कि किसान हफ्तों से कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन उनकी पीड़ा से उस पर कोई असर नहीं पड़ा है. शैलजा ने दावा किया कि 30 से अधिक प्रदर्शनकारी किसानों की मृत्यु हो गई है, लेकिन इस सबका भाजपा सरकार पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा है, जिसने ‘‘असंवेदनशीलता की सभी सीमाएं पार कर ली हैं.’’ उन्होंने यहां एक बयान में कहा, ‘‘भाजपा सरकार का रवैया हमें अंग्रेजों द्वारा देश के लोगों के खिलाफ किए गए जुल्म की याद दिलाता है.’’ पूर्व केंद्रीय मंत्री ने दावा किया, ‘‘30 से अधिक किसान अब तक अपनी जान गंवा चुके हैं, जिसके लिए भाजपा सरकार सीधे जिम्मेदार है.