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farmer protest ( Photo Credit : social media )
सूरजमुखी के बीज को लेकर न्यूनतम समर्थन मूल्य की मांग को लेकर प्रदर्शनकारी किसानों और सरकार के बीच समझौता हो गया. इसके साथ किसानों ने कुरुक्षेत्र में पिपली के नजदीक नेशनल हाईवे 44 पर चक्का जाम हटाने का ऐलान कर दिया. कुरुक्षेत्र के डीसी शांतनु शर्मा ने सूचना देते हुए कहा कि हरियाणा सरकार हमेशा किसानों के समर्थन में खड़ी रही है. सीएम ने सूरजमुखी की फसल को लेकर एमएसपी बढ़ाने पर हामी भर दी है. वहीं किसान नेता करम सिंह मथना के साथ अन्य किसानों ने संयुक्त प्रेस वार्ता में कहा कि हमने एक सप्ताह तक संघर्ष किया है. आज सबके सहयोग से हमारी मांग को मान लिया गया है.
#WATCH | Farmers in Haryana's Kurukshetra end their protest and start celebrations after Government agrees to fulfil their demands.
Farmers were protesting over their demand for Minimum Support Price (MSP) on sunflower seeds. pic.twitter.com/FWKopOjj27
— ANI (@ANI) June 13, 2023
न किसी की जीत है न किसी हार: किसान नेता
इस प्रेस वार्ता में मौजूद भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत कहा, कि न उन्होंने सरकार को झुकाया है और ना ही किसान कभी झुकता है. ये एक समझौता हमारे हक के सामान है. इसमें किसी की जीत हार नहीं है. गौरतलब है कि प्रदर्शनकारी किसानों ने एमएसपी के मामले पर महापंचायत आयोजित करने के बाद सोमवार दोपहर से पिपली के नजदीक नेशनल हाईवे (NH-44) को जाम कर दिया. यह हाईवे दिल्ली को चंडीगढ़ तथा कुछ अन्य मार्गों से जोड़ता है. प्रदर्शन के दौरान कुछ किसानों ने चिलचिलाती गर्मी से खुद को बचाने के लिए हाईवे पर टेंट लगाया.
9 किसान नेताओं को रिहा करने की मांग
इससे पहले किसान नेता राकेश टिकैत ने सोमवार को कहा कि सूरजमुखी बीजों को लेकर एमएसपी का मामला मात्र हरियाणा के किसानों के लिए नहीं बल्कि पूरे किसान वर्ग को प्रभावित कर रहा है. सुरजमुखी के बीजों के लिए एमएसपी के साथ 9 किसान नेताओं को रिहा करने की मांग भी किसान कर रहे हैं. इन्हें शाहाबाद में प्रदर्शन के वक्त गिरफ्तार किया गया था.
Source : News Nation Bureau