कैलाश गहलोत बोले- किसानों को जरूरी सुविधा उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन एक बार फिर उग्र हो गया है. किसानों के आंदोलन पर सियासत भी तेज है.
नई दिल्ली:
केंद्र के तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन एक बार फिर उग्र हो गया है. किसान के 'दिल्ली चलो' मार्च के कारण दिल्ली-हरियाणा, पंजाब-हरियाणा बॉर्डर सील हैं. किसानों के आंदोलन पर सियासत भी तेज है और साथ ही पंजाब की कांग्रेस सरकार और हरियाणा की बीजेपी सरकार के बीच आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है. हरियाणा के सीएम खट्टर ने पंजाब सरकार पर लोगों को भड़काने का आरोप लगाया तो पंजाब के सीएम ने आरोपों को निराधार बताया है.
दिल्ली सरकार में मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि हमारी कोशिश रहेगी कि दिल्ली में पहुंचे सभी किसानों को किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो. डिविजनल कमिशनर को निर्देश दिए गए हैं कि संत निरंकारी ग्राउंड में रहने, पानी, मोबाइल टॉयलेट और सफाई की व्यवस्था के इंतजाम किए जाएं.
'दिल्ली चलो' आंदोलन पर पंजाब के किसान, सिंघू बॉर्डर (दिल्ली-हरियाणा) पर डटे हुए हैं. आगे की कार्रवाई की योजना बनाई जा रही है.
Haryana: Farmers from Punjab on the 'Delhi Chalo' movement, settle down at Singhu border (Delhi-Haryana), planning for further action
"We've got food rations for 6 months. We'll go back after getting rid of the black agriculture laws which are against farmers," says a protester pic.twitter.com/dmesWlMdcH
— ANI (@ANI) November 27, 2020
सिंधु बॉर्डर के किसान बुराड़ी जाने को तैयार नहीं. पंजाब-हरियाण के किसानों के सिंधु बॉर्डर पहुंचे गुट ने बुलाई बैठक. किसान कर रहे है जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की मांग. बॉर्डर से थोड़ा पीछे हटे किसान. अभी नेशनल हाईवे पर ही ट्रैक्टर ट्राली के साथ खड़े हैं हज़ारों किसान.
सिंघु बॉर्डर पर कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों पर सुरक्षा बलों ने आंसू गैस के गोले छोड़े. कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसान दिल्ली आ रहे हैं.
Haryana: Police use tear gas to try to disperse farmers as they take part in protests against Centre's Farm laws, at the Singhu border (Delhi-Haryana border) pic.twitter.com/gVxsvulHhx
— ANI (@ANI) November 27, 2020
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों ने बातचीत के जरिए हल सुलझाने की अपील की है. उन्होंने ट्वीट किया, 'केंद्र सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है. मेरी सभी किसान भाइयों से अपील है कि अपने सभी जायज मुद्दों के लिए केंद्र से सीधे बातचीत करें. आन्दोलन इसका जरिया नहीं है- इसका हल बातचीत से ही निकलेगा.'
केंद्र सरकार बातचीत के लिए हमेशा तैयार है।
मेरी सभी किसान भाइयों से अपील है कि अपने सभी जायज मुद्दों के लिए केंद्र से सीधे बातचीत करें। आन्दोलन इसका जरिया नहीं है- इसका हल बातचीत से ही निकलेगा
— Manohar Lal (@mlkhattar) November 27, 2020
पंजाब-हरियाणा के किसानों के साथ अब यूपी के किसान भी आ गए हैं. यूपी में भी कई जगह किसान प्रदर्शन कर रहे हैं.
नए कृषि कानूनों के खिलाफ मथुरा में प्रदर्शन कर रहे कुछ किसान प्रदर्शनकारियों को सड़क पर जाम लगाने के लिए पुलिस ने हिरासत में लिया.
Mathura: Traffic jam at Yamuna Expressway as agitating farmers block the road. Police personnel present at the spot. pic.twitter.com/2fXDZ7uCLJ
— ANI UP (@ANINewsUP) November 27, 2020
हरियाणा के सिरसा में डबवाली पंजाब हरियाणा बॉर्डर पर किसानों ने नए कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान सड़क पर लगे पुलिस बैरिकेड को नुकसान पहुंचाया और उन्हें रास्ते से हटा दिया.
दिल्ली सरकार ने किसानों के आंदोलन के मद्देनजर 9 स्टेडियमों को अस्थाई जेल बनाने की दिल्ली पुलिस की मांग को खारिज कर दिया है.
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पंजाब और हरियाणा के किसान पानीपत में डेरा डालने के बाद हल्दवाना सीमा पर पुलिस द्वारा लगाए गए अवरोधकों को पार करके सोनीपत के गन्नौर में पहुंच गए. ट्रैक्टर एवं ट्रालियों पर हजारों की संख्या में किसान सवार हैं.
किसानों के विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस जयवीर शेरगिल ने कहा, 'देश के किसान के साथ भाजपा ईस्ट इंडिया कंपनी और जनरल डायर जैसा व्यवहार कर रही है. जिस किसान का लाल गुलाब देकर स्वागत करना चाहिए, उसका लाल लहू भाजपा बेशर्मी से सड़कों पर बहा रही है.'
सिरसा में कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन 'दिल्ली चलो आंदोलन' के तहत दिल्ली की तरफ बढ़ रहा है.
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसान मार्च को लेकर मोदी सरकार पर दबाव बना रहे हैं.
कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने आ रहे किसानों और सुरक्षा बलों की टिकरी बॉर्डर पर झड़प हुई है.
#WATCH दिल्ली: कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने आ रहे किसानों और सुरक्षा बलों की टिकरी बॉर्डर पर झड़प हुई। #FarmLaws pic.twitter.com/t22iKqAPy1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 27, 2020
कृषि कानूनों के खिलाफ जारी किसानों के आंदोलन को बिहार की पूर्व सीएम राबड़ी देवी ने सही ठहराया है.
कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसान मज़दूर संघर्ष कमेटी दिल्ली की ओर बढ़ रही है.
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने नौ स्टेडियमों को अस्थायी जेलों में बदलने के लिए दिल्ली सरकार से अनुमति मांगी है.
Delhi Police seeks permission from Delhi Government to convert nine stadiums into temporary prisons, in view of #FarmersProtest
— ANI (@ANI) November 27, 2020
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने पानीपत में किसानों के प्रदर्शन को समर्थन दिया है. उन्होंने ट्वीट किया, 'क्या दिल्ली सिर्फ मुट्ठी भर पूंजीपतियों की तिजोरी की रक्षा करने वालों के लिए बनी है? क्या भारतवर्ष की राजधानी दिल्ली पर किसान का हक नहीं है? आज किसानों से इतनी नफरत क्यों हो गई? आज पानीपत, हरियाणा जा कर किसानों के संघर्ष को समर्थन दिया.'
क्या दिल्ली सिर्फ मुट्ठी भर पूंजीपतियों की तिजोरी की रक्षा करने वालों के लिए बनी है?
क्या भारतवर्ष की राजधानी दिल्ली पर किसान का हक़ नहीं है? आज किसानों से इतनी नफरत क्यों हो गई?
आज पानीपत, हरियाणा जा कर किसानों के संघर्ष को समर्थन दिया। #FarmersProtest#FarmersDilliChalo pic.twitter.com/zftaP1d50J
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 27, 2020
सिंघू बॉर्डर पर पुलिस ने दिल्ली में घुसने की कोशिश कर रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले छोड़े हैं.
#WATCH Police use tear gas shells to disperse protesting farmers at Singhu border (Haryana-Delhi border).
Farmers are headed to Delhi as part of their protest march against Centre's Farm laws. pic.twitter.com/Z0yzjX85J5
— ANI (@ANI) November 27, 2020
पंजाब हरियाणा के किसान पानीपत टोल पर पहुंच गए हैं. किसान दिल्ली कूच पर अड़े. किसानों का कहा है कि कानून वापसी मांग के साथ निकले हैं, चाहे जितना वक्त लगे कानून वापसी तक संघर्ष जारी रहेगा.
सिंधु बॉर्डर पर प्रशासन की व्यापक तैयारियां हैं. सुबह दिन चढ़ते ही कुछ किसान लोकेशन पर पहुंचे. जहां से दिल्ली पुलिस ने उन्हें समझा बुझा कर वापस भगा दिया और उनके ट्रैक्टर ट्राली की हवा निकाल दी.
किसानों के मार्च के मद्देनजर सिंधू बॉर्डर (हरियाणा दिल्ली बॉर्डर) पर भारी संख्या में पुलिस और सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.
Heavy presence of security personnel at Singhu border (Haryana-Delhi border), in the wake of farmers' 'Delhi Chalo' protest march. pic.twitter.com/94dK5oYyLA
— ANI (@ANI) November 27, 2020
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