गाजियाबाद-LIVE: अमित शाह ने शर्त के साथ बातचीत के लिए बुलाया है, जो अच्छा नहीं: जगजीत सिंहदिल्ली बॉर्डर पहुंचे किसान, कहा-MSP पर चाहिए गारंटी
आज किसान आगे के कदमों को लेकर चर्चा के लिए बैठक करेंगे. उधर, इस किसान आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है.
नई दिल्ली:
कृषि से जुड़े तीन नए कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन चल रहा है. दो दिनों की गहमागहमी और तनावपूर्ण हालात के बीच शुक्रवार शाम को राष्ट्रीय राजधानी के विभिन्न प्रवेश बिंदुओं से हजारों किसानों को प्रवेश करने और उत्तरी दिल्ली के मैदान में कृषि कानूनों के खिलाफ शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन की अनुमति दी गई. आज किसान आगे के कदमों को लेकर चर्चा के लिए बैठक करेंगे. उधर, इस किसान आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है. इस बीच सियासी दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप भी जारी हैं.
वहीं, भारतीय किसान यूनियन के पंजाब अध्यक्ष जगजीत सिंह ने सिंघू बॉर्डर से कहा है कि अमित शाह जी ने अपनी एक शर्त पर जल्दी मिलने का आह्वान किया है, यह अच्छा नहीं है. उन्हें बिना किसी शर्त के खुले दिल से बातचीत की पेशकश करनी चाहिए. हम इसे लेकर कल सुबह बैठक करेंगे और उसके बाद अपनी प्रतिक्रिया देंगे.
Amit Shah ji has called for early meeting on a condition, it's not good. He should've offered talks with open heart without condition. We'll hold meeting tomorrow morning to decide our response: Jagjit Singh, Bharatiya Kisan Union's Punjab Pres, at Singhu border (Delhi-Haryana) https://t.co/HEjmQRkjuG pic.twitter.com/QHw3ukFnlE
— ANI (@ANI) November 28, 2020
अमरिंदर सिंह ने किसानों से आग्रह किया कि वे केंद्रीय गृह मंत्री के इशारे पर एक निर्धारित स्थान पर शिफ्ट होने की उनकी अपील स्वीकार कर लें. इस प्रकार अपने मुद्दों को हल करने के लिए शुरुआती बातचीत का मार्ग प्रशस्त करेंगे.
Punjab CM Captain Amarinder Singh (in file photo) has urged farmers to reciprocate the Union Home Minister’s gesture by accepting his appeal to shift to a designated place, thus paving the way for early talks to resolve their issues: Punjab Chief Minister's Office (CMO) pic.twitter.com/Q9OWI37Ap8
— ANI (@ANI) November 28, 2020
गृह मंत्री अमित शाह ने किसानों को संदेश दिया है. उन्होने कहा कि किसानों की हर समस्या और मांग पर विचार करने के लिए मोदी सरकार तैयार
#WATCH | If farmers' unions want to hold discussions before December 3 then, I want to assure you all that as soon as you shift your protest to structured place, the government will hold talks to address your concerns the very next day: Union Home Minister Amit Shah pic.twitter.com/ZTKXtHZH3W
— ANI (@ANI) November 28, 2020
दिल्ली चलो' विरोध मार्च के समर्थन में किसान गाजियाबाद-दिल्ली सीमा पर पहुंचे. एक किसान ने कहा कि हम न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) में गारंटी चाहते हैं. हम अन्य किसान समूहों के साथ चर्चा करने जा रहे हैं और फिर आगे की योजनाओं पर निर्णय लेंगे.
Farmers arrive at Ghaziabad-Delhi border in support of 'Delhi Chalo' protest march.
"We want guarantee in Minimum Support Price (MSP). We're going to discuss with other farmer groups & then decide on further plans," says a farmer. pic.twitter.com/RxoxSfxIoc
— ANI UP (@ANINewsUP) November 28, 2020
बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड में किसानों का कृषि कानूनों को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी. किसानों ने कहा- हमें सरकार पर भरोसा नहीं. पहले भी चर्चा हो चुकी है, लेकिन इसका कोई हल नहीं निकला है. हम चाहते हैं कि सरकार कानूनों को वापस ले ले.
Delhi: Farmers continue to protest against farm laws at Nirankari Samagam Ground in Burari
"We don't trust them (govt), there have been discussions earlier as well but no solution came out of it. We want the govt to take back the laws," says a farmer pic.twitter.com/tM3PwKzM3x
— ANI (@ANI) November 28, 2020
दिल्ली के बाहरी उत्तर जिला के डीसीपी ने बताया कि शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की अनुमति पहले ही दी जा चुकी है. दिल्ली पुलिस प्रदर्शनकारियों को बुआरी मैदान में आगे बढ़ने की सुविधा देने के लिए पूरी तैयार है. हम प्रदर्शनकारियों से अनुरोध करते हैं कि वे जिम्मेदारी से व्यवहार करें.
Permission for conducting a peaceful protest has already been granted. Delhi Police is all set for facilitating protestors to proceed to Buarari ground. We request protestors to behave responsibly: Gaurav Sharma, DCP, Outer North District, Delhi. #FarmersProtest pic.twitter.com/S8T1MqacK1
— ANI (@ANI) November 28, 2020
राजस्थान के किसान भी आंदोलन कर रहे किसानों के समर्थन में उतरे. दिल्ली चलो अभियान के समर्थन में जयपुर में किया विरोध प्रदर्शन.
Rajasthan: Farmers take out procession in Jaipur in support of 'Delhi Chalo' protest
"I ask the govt for open debate & then we'll see if the result is in favour of farmers. We ask them to add another law that will guarantee Minimum Support Price (MSP)," says a farmer pic.twitter.com/imkKgmAVVY
— ANI (@ANI) November 28, 2020
भारतीय किसान यूनियन, पंजाब के महासचिव हरिंद्र सिंह ने कहा कि सिंधु बॉर्डर पर किसानों की बैठक खत्म हो गई है. हमने प्रदर्शन जारी रखने का फैसला लिया है. हम कहीं और नहीं जाएंगे. उन्होंने कहा कि हम हर रोज सुबह 11 बजे बैठक करेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे. पुलिस ने भी दी इजाजत .
किसान सिंधु बॉर्डर पर पर डटे हुए हैं. उन्होंने फिलहाल फैसला किया है कि वो वहां से हटेंगे नहीं. आगे की रणनीति को लेकर उनकी मीटिंग चल रही है.
#UPDATE | Farmers' meeting ends at Delhi-Haryana border at Singhu. "It has been decided that we'll continue our protest here & will not go anywhere else. We will meet at 11 am every day to discuss our strategy," says Harinder Singh General Secretary, Bhartiya Kisan Union, Punjab. https://t.co/tw301fhh0U pic.twitter.com/Mt4DFh7rgA
— ANI (@ANI) November 28, 2020
दिल्ली कूच कर रहे किसानों पर हरियाणा के कुरुक्षेत्र में मुकदमे दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा 11 किसान नेता नामजद किए गए हैं.
मनोहर लाल खट्टर ने कहा- किसान आंदोलन को पंजाब के किसानों ने खड़ा किया है, इस आंदोलन को किसानों की बजाए राजनीतिक दलों और संस्थाओं ने प्रायोजित किया है.
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों को आंदोलन को राजनीति से प्रेरित बताया है.
मैं राजनीतिक दल के लोगों को कहना चाहता हूं कि अगर उनको राजनीति करनी है तो अपने नाम पर राजनीति करें, लेकिन किसानों के नाम पर सियासत नहीं होनी चाहिए- केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर
हमने किसानों को 3 दिसंबर का आमंत्रण भेजा है और मुझे आशा है कि वो सब लोग आएंगे और इस संवाद के माध्यम से रास्ता ढूढेंगे- नरेंद्र सिंह तोमर
किसानों के प्रदर्शन पर केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि भारत सरकार किसानों की समस्याओं के लिए किसान यूनियन से बात करने के लिए पूरी तरह तैयार है.
किसान आंदोलन पर अखिलेश यादव ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि किसानों पर आज बड़ा अत्याचार हो रहा है. इन लोगों ने किसानों की आय दोगुनी करने का सपना दिखाया था. हम प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ हैं. किसानों की आय दोगुनी करने का वादा करने वाली सरकार किसानों पर लाठी चला रही है.
केंद्र द्वारा लागू तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए दिल्ली जाने पर अड़े हजारों किसान गत 24 घंटे से सिंघू बॉर्डर पर जमे हुए जिसकी वजह से करीब 7 किलोमीटर लंबा जाम लग गया है.
राजस्थान के भी किसान अब आंदोलन में शामिल हो गए हैं. किसान महापंचायत अध्यक्ष रामपाल जाट के नेतृत्व में राजस्थान से किसान दिल्ली के लिए रवाना हो गए हैं.
आप प्रवक्ता राघव चड्ढा ने कहा, 'आम आदमी पार्टी की सरकार अरविंद केजरीवाल के दिशानिर्देश अनुसार बुराड़ी ग्राउंड में पूरी व्यवस्था बना रही है. हमें मुख्यमंत्री से ये सख़्त निर्देश मिले हैं कि जो किसान भाई-बहन आंदोलन करने दिल्ली आ रहे हैं उन्हें कोई समस्या महसूस न हो.'
शाहनवाज हुसैन ने कांग्रेस पर किसान आंदोलन के नाम पर सियासत करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, 'हमारी सरकार किसान भाइयों से बहुत लगाव रखती है. गलतफहमियां बातचीत के जरिए ठीक की जा सकती हैं. कृषि मंत्री जी ने कहा है कि इस पर बातचीत के जरिए हल निकाला जाएगा.'
सिंघु और टिकरी में दोनों ओर से यातायात आज भी बाधित है, क्योंकि दिल्ली में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे किसान इन अंतरराज्यीय सीमाओं पर हैं और वे बुराड़ी नहीं जाना चाहते हैं.
किसानों के आंदोलन को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बीजेपी सरकार पर हमला बोला है. प्रियंका ने ट्वीट किया, 'भाजपा सरकार में देश की व्यवस्था को देखिए. जब भाजपा के खरबपति मित्र दिल्ली आते हैं तो उनके लिए लाल कालीन डाली जाती है. मगर किसानों के लिए दिल्ली आने के रास्ते खोदे जा रहे हैं. दिल्ली किसानों के खिलाफ कानून बनाए वह ठीक, मगर सरकार को अपनी बात सुनाने किसान दिल्ली आए तो वह गलत?'
कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने टिकरी और सिंघु बॉर्डर पर अपना डेरा बनाया हुआ है. पंजाब से दिल्ली आए किसानों को बुराड़ी के निरंकारी मैदान पर प्रदर्शन की अनुमति दी गई है. धीरे-धीरे कुछ संगठन मैदान में इकट्ठा हो भी रहे हैं, वहीं कुछ महिलाओं ने आदिवासी नृत्य कर अपना विरोध जताया.
कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए किसान फतेहगढ़ साहिब से दिल्ली की ओर बढ़ रहे हैं.
कृषि कानूनों के विरोध में टिकरी बॉर्डर पर प्रदर्शनकारी किसान जमा हैं. बॉर्डर पर बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात हैं.
Delhi: Security deployment at Tikri border as protesting farmers are gathered here despite being given permission to hold their demonstrations at the Nirankari Samagam Ground in Burari area pic.twitter.com/mpYSvyQU5x
— ANI (@ANI) November 28, 2020
सिंघु बॉर्डर पर फिर प्रदर्शनकारी किसान इकट्ठा हो गए हैं. जिसके मद्देनजर भारी संख्या में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है.
Heavy security deployment at Singhu border (Delhi-Haryana) where protesting farmers are gathered
Delhi Police yesterday gave permission to farmers to hold their demonstrations at the Nirankari Samagam Ground in Delhi's Burari area pic.twitter.com/AN9tVbMKyW
— ANI (@ANI) November 28, 2020
दिल्ली सरकार ने विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों का स्वागत ‘अतिथि’ के तौर पर करते हुए उनके खाने, पीने और आश्रय का बंदोबस्त किया.
वीडियो
IPL 2024
मनोरंजन
धर्म-कर्म
-
Akshaya Tritiya 2024: 10 मई को चरम पर होंगे सोने-चांदी के रेट, ये है बड़ी वजह
-
Abrahamic Religion: दुनिया का सबसे नया धर्म अब्राहमी, जानें इसकी विशेषताएं और विवाद
-
Peeli Sarso Ke Totke: पीली सरसों के ये 5 टोटके आपको बनाएंगे मालामाल, आर्थिक तंगी होगी दूर
-
Maa Lakshmi Mantra: ये हैं मां लक्ष्मी के 5 चमत्कारी मंत्र, जपते ही सिद्ध हो जाते हैं सारे कार्य