किसानों की 'क्रांति यात्रा' को रोकने के लिए दिल्ली-उत्तर प्रदेश बॉर्डर पर दोनों राज्यों की पुलिस को तैनात कर दिया गया है. दोनों राज्यों की पुलिस इस यात्रा को रोकने के लिए हर कोशिश में जुट गई है. सरकार ने किसानों के साथ बातचीत करके हल निकालने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बन पाई. माना जा रहा है किसानों का यह आंदोलन बुधवार को भी जारी रहेगा. इस क्रांति यात्रा को देखते हुए किसी भी अनहोनी न हो इसके लिए प्रशासन ने गाजियाबाद में सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी कर दिया है.
बता दें कि कई दिनों से किसान अपनी मांग को लेकर लगातार दिल्ली की ओर पदयात्रा कर कूच कर रहे थे. मामाल तब गरमा गया जब मंगलवार सुबह करीब सवा 11 बजे किसानों की यह यात्रा पुलिस बैरिकेड तोड़कर दिल्ली में घुसने की कोशिश की.
पुलिस का कहना है कि किसानों ने दिल्ली में घुसने से पहले उनपर पत्थरबाजी की जिसके बाद उन्होंने अपनी आत्मरक्षा में आंसू गैस के गोले छोड़े. पानी की बौछारें छोड़ीं. लाठियां चलाईं.
इस दौरान पुलिन ने किसानों को पीछे खदेड़ने के लिए रबड़ की गोलियां भी दागीं. किसान ट्रैक्टर लेकर दिल्ली की ओर बढ़ रहे थे. उसे रोकने के लिए पहियों की हवा निकाल दी गई. इस दौरान कई किसान घायल हो गए और किसान की हालत गंभीर हो गए.
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इस घटना में दिल्ली पुलिस के एक एडिशनल सीपी समेत 7 पुलिसकर्मी घायल हो गए. सभी घायलों को अस्पताल में भर्ती करवाया गया है. हालत बिगड़ता देख केंद्रीय गृह मंत्री ने किसान नेताओं से बात की.
बताया जा रहा है कि किसान नेताओं के साथ बातचीत में राजनाथ सिंह ने 11 में से 7 मांगे मान ली फिर भी किसान संतुष्ट नहीं दिखे. असंतुष्ट किसानों को देखते हुए माना जा रहा है कि आंदोलन लंबा चल सकता है.
Source : News Nation Bureau