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Farmer Protest: राकेश टिकैत बोले- कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं...

कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन मंगलवार को 69वें दिन में प्रवेश कर गया है. शिवसेना नेता संजय राउत गाजीपुर बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन में शरीक हुए. इस दौरान उनके साथ शिवसेना सांसद अरविंद सावंत भी मौजूद थे.

Updated on: 02 Feb 2021, 03:03 PM

नई दिल्ली:

कृषि कानूनों के विरोध में किसानों का आंदोलन मंगलवार को 69वें दिन में प्रवेश कर गया है. शिवसेना नेता संजय राउत गाजीपुर बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन में शरीक हुए. इस दौरान उनके साथ शिवसेना सांसद अरविंद सावंत भी मौजूद थे. दोनों ने भारतीय किसान यूनियन (BKU) के नेता राकेश टिकैत से मुलाकात की. वहीं, राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा स्लोगन है कि कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं. 

बीकेयू के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हमारा नारा है- कानून वापसी नहीं तो घर वापसी नहीं. यह आंदोलन अक्टूबर से पहले समाप्त नहीं होगा. यह जल्द समाप्त नहीं होगा.  शिवसेना के संजय राउत और अरविंद सावंत मुंबई से करीब डेढ़ हजार किलोमीटर दूर स्थित गाजीपुर बॉर्डर पर महाराष्‍ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे का संदेश लेकर आए थे. इस दौरान संजय राउत ने कहा कि मुंबई से वे यहां इसलिए आए हैं, क्‍योंकि 'हमारा कर्तव्‍य बनता है.' उन्‍होंने कहा कि पूरी शिवसेना 'किसान नेता राकेश टिकैत के साथ है.'

राकेश टिकैत समेत इन 26 किसान नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज

आपको बता दें कि गणतंत्र दिवस पर दंगाई किसानों ने ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में खूब बवाल मचाया था. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने शर्मनाक हरकत करते हुए लाल किले पर चढ़कर एक विशेष संगठन का झंडा लगा दिया. किसानों और पुलिस के बीच भी खूब झड़प हुई थी. दिल्ली पुलिस ने इस मामले में राकेश टिकैत समेत 26 किसान नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज की है. 

दिल्ली पुलिस की एफआईआर में दर्शनपाल, कुलवंत सिंह संधू, बूटा सिंह बुर्जहिल, निर्भाई सिंह, रुलदू सिंह, इंद्रजीत सिंह, हरजिंदर सिंह टांडा, गुरबख्श सिंह, सतनाम सिंह पन्नू, जोगिंदर सिंह, सुरजीत सिंह फूल, जगजीत सिंह दल्लेवाल, हरमीत सिंह कादयान, बलवीर सिंह राजेवाल, सतनाम सिंह साहनी, भोग सिंह मनका, बलविंदर सिंह ओलख, सतनाम सिंह बेहरु, बूटा सिंह शादीपुर, बलदेव सिंह सिरसा, जगबीर सिंह तादा, मुकेश चंद्रा, सुखपाल सिंह दफ़्फ़र, हरपाल संगा, कृपाल सिंह नाथू बाला, हरजिंदर सिंह लखोवाल, प्रेम सिंह भंगू, गुरनाम सिंह चढूनी, राकेश टिकैत, कुछ महिला एक्टिविस्ट और नेता, योगेंद्र यादव लीडर्स के नाम हैं