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BKU ने कहा- SC की टिप्पणी सरकार के मुंह पर तमाचा, कृषि मंत्री इस्तीफा दे

नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है. सरकार और किसानों के बीच आठवें दौर की भी बातचीत हो चुकी है. भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी सरकार के मुंह पर तमाचा है. नैतिकता के आधार पर कृषि मंत्री इस्तीफा दे.

Updated on: 11 Jan 2021, 06:18 PM

नई दिल्ली:

नए कृषि कानूनों को लेकर किसानों का आंदोलन जारी है. सरकार और किसानों के बीच आठवें दौर की भी बातचीत हो चुकी है, लेकिन अभी तक कोई नतीजा नहीं निकला है. किसान आंदोलन के प्रदर्शन और तीन कृषि कानूनों पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में सुनवाई हुई. इस दौरान कोर्ट ने कहा कि हम चाहते हैं कि सर्वमान्य फैसला निकल जाए. इसलिए हमने आपसे क़ानून पर फिलहाल रोक न लगने की बात कही थी. भारतीय किसान यूनियन (BKU) ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी सरकार के मुंह पर तमाचा है. नैतिकता के आधार पर कृषि मंत्री इस्तीफा दे.

भाकियू के अध्यक्ष राकेश टिकैत ने कहा कि 23 जनवरी को लखनऊ में राजभवन का घेराव होगा. उत्तर प्रदेश में गन्ने का भाव घोषित होने तक किसान अपने ट्रैक्टर पर काला झंडा लगाकर गन्ने तौले. आज भारतीय किसान यूनियन की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक गाजीपुर बॉर्डर पर हुई. इस बैठक में सुप्रीम कोर्ट द्वारा सरकार को फटकार लगाने का स्वागत किया गया. 

उन्होंने आगे कहा कि फैसला लिया गया कि सुप्रीम कोर्ट पर फैसला आने के बाद बैठक में निर्णय लिया जाएगा. 23 जनवरी को राजभवन का घेराव किया जाएगा. कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्री उपाध्यक्ष राजेश चौहान को अधिकृत किया गया है. 13 जनवरी को गांव में बिल की प्रतिया जलाई जाएगी. 18 जनवरी को महिला किसान दिवस मनाया जाएगा.