किसानों का जारी रहेगा आंदोलन, 3 दिसंबर को होगी फिर बैठक
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन अभी भी जारी है. हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर पिछले पांच दिनों से धरने पर हैं.
नई दिल्ली:
कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का प्रदर्शन अभी भी जारी है. हजारों किसान दिल्ली की सीमा पर पिछले पांच दिनों से धरने पर हैं. इन कानूनों के बारे में किसानों को आशंका है कि इससे न्यूनतम समर्थन मूल्य समाप्त हो जाएगा. हालांकि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसान संगठनों के नेताओं को कोविड-19 महामारी एवं सर्दी का हवाला देते हुए तीन दिसंबर की जगह आज बातचीत के लिये आमंत्रित किया है.
अखिल भारतीय किसान महासंघ के अध्यक्ष प्रेम सिंह भंगू ने कहा कि आज की बैठक अच्छी रही. सरकार के साथ 3 दिसंबर को हमारी अगली बैठक के दौरान, हम उन्हें समझाएंगे कि फार्म कानून का कोई भी किसान समर्थक नहीं है. हमारा आंदोलन जारी रहेगा.
Today's meeting was good & some progress was made. During our next meet on 3rd Dec with govt, we'll convince them that no clause of Farm law is pro-farmer. Our agitation will continue: Prem Singh Bhangu, President, All India Kisan Federation on meeting with Agriculture Minister https://t.co/KlCNhTY6lh pic.twitter.com/dvEwZz00IS
— ANI (@ANI) December 1, 2020
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि वे विरोध प्रदर्शनों को स्थगित करें और वार्ता के लिए आएं. हालांकि, यह निर्णय किसानों की यूनियनों और किसानों पर निर्भर करता है.
केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बैठक अच्छी रही और हमने फैसला किया है कि वार्ता 3 दिसंबर को होगी. हम चाहते थे कि एक छोटा समूह गठित किया जाए लेकिन किसान नेता चाहते थे कि वार्ता सभी के साथ हो, हमें इससे कोई समस्या नहीं है.
We appeal to the farmers to suspend the protests and come for the talks. However, this decision depends on farmers' unions and farmers: Union Agriculture Minister Narendra Singh Tomar https://t.co/gfIKF52ze4
— ANI (@ANI) December 1, 2020
किसान ने सरकार के प्रस्ताव को ठुकराया, बोले- आप हमारा भला मत कीजिए. यह कमेटी बनाने का समय नहीं है.
सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) और कृषि उपज बाजार समिति (APMC) अधिनियम पर किसान नेताओं को एक विस्तृत प्रस्तुति दे रही है. विज्ञान भवन में बैठक चल रही है.
Delhi: Government is giving a detailed presentation to the farmers' leaders on Minimum Support Price (MSP) and Agricultural Produce Market Committee (APMC) Act.
Meeting underway at Vigyan Bhawan. https://t.co/mMd5On5RSH
— ANI (@ANI) December 1, 2020
किसान आंदोलन में शामिल होने पहुंचीं बिलकिस दादी को पुलिस ने लिया हिरासत में
Delhi: Police detain Shaheen Bagh activist Bilkis Dadi who reached Singhu border (Delhi-Haryana border) to join farmers' protest. https://t.co/UTnTit1oso pic.twitter.com/34lCCtXy5u
— ANI (@ANI) December 1, 2020
किसानों के साथ बैठक से पहले कृषि मंत्री ने कहा कि समाधान निकालने के लिए बातचीत करेंगे. प्रस्ताव आएगा तो विकल्प की बात बाद में करेंगे.
किसानों का प्रतिनिधिमंडल विज्ञान भवन पहुंच गया है. सरकार के साथ थोड़ी देर में बातचीत शुरू होगी.
भीम आर्मी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर विरोध प्रदर्शन कर रहे किसानों के बीच पहुंचे.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत का कहना कि सभी पार्टियों को आमंत्रण, कोई भी आकर अपना समर्थन दे सकता है.
किसान आंदोलन को लेकर जेपी नड्डा के घर चल रही बैठक खत्म हो गई है. बैठक में केंद्रीय कृषि मंत्री भी मौजूद रहे.
बुराड़ी में धरने पर किसानों ने न्यूज नेशन से बातचीत में कहा कि जब तक हल नहीं निकलेगा, तब तक हम यहां से वापस लौटेंगे नहीं. पंजाब के गांव से और किसान यहां आ रहे हैं.
किसान आंदोलन को लेकर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर कुछ देर बाद बैठक शुरू होगी. कुछ देर में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर बैठक में शामिल होने के लिए रवाना होंगे.
दिल्ली-गाजियाबाद बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन उग्र हो गया है. किसानों ने ट्रैक्टर के जरिए पुलिस बैरिकेटिंग को हटाया है.
#WATCH Protesting farmers use a tractor to remove barricading done at Ghazipur-Ghaziabad (Delhi-UP) border#FarmersProtest #Ghaziabad pic.twitter.com/g3VfCMFEAI
— ANI (@ANI) December 1, 2020
किसानों के प्रदर्शन को लेकर राहुल गांधी ने सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, 'अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं और ‘झूठ’ टीवी पर भाषण! किसान की मेहनत का हम सब पर कर्ज है. ये कर्ज उन्हें न्याय और हक देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियाँ मारकर और आंसू गैस चलाकर. जागिए, अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए.'
अन्नदाता सड़कों-मैदानों में धरना दे रहे हैं,
और
‘झूठ’ टीवी पर भाषण!
किसान की मेहनत का हम सब पर क़र्ज़ है।
ये क़र्ज़ उन्हें न्याय और हक़ देकर ही उतरेगा, न कि उन्हें दुत्कार कर, लाठियाँ मारकर और आंसू गैस चलाकर।
जागिए, अहंकार की कुर्सी से उतरकर सोचिए और किसान का अधिकार दीजिए।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 1, 2020
हरियाणा के अंबाला में किसानों ने 'किसान एकता जिंदाबाद' के नारे लगाते हुए प्रदेश के मंत्री अनिल विज को काले झंडे दिखाए.
#WATCH Farmers in Ambala raised slogans of 'Kisan Ekta Zindabad' and showed black flags to Haryana minister Anil Vij outside Panjokhra Sahib Gurudwara yesterday. #Haryana pic.twitter.com/kdpbSOvel1
— ANI (@ANI) December 1, 2020
किसानों की आंदोलन की वजह से सिंघू बॉर्डर अभी भी दोनों तरफ से बंद है. मुकरबा चौक और जीटीके रोड से ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है.
पंजाब किसान संघर्ष समिति के नेता सुखविंदर एस सभरान ने कहा, 'सरकार ने केवल 32 समूहों को बातचीत के लिए पत्र भेजा है और बाकी लोगों को नहीं बुलाया है, जबकि देश के 500 से ज़्यादा किसानों के समूह यहां मैदान में लड़ रहे हैं. जब तक सभी समूहों को नहीं बुलाया जाएगा तब तक हम बातचीत नहीं करने जाएंगे.'
There are more than 500 groups of farmers in the country, but the Govt has invited only 32 groups for talks. The rest haven't been called by the govt. We won't be going for talks till all groups are called: Sukhvinder S Sabhran, Jt Secy, Punjab Kisan Sangarsh Committee in Delhi pic.twitter.com/jYGQlEMKSk
— ANI (@ANI) December 1, 2020
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