किसान यूनियनों के 11 सितंबर को आगे की कार्रवाई तय करने के आह्वान से पहले करनाल मिनी सचिवालय में एक बैठक हो रही है। हालांकि, बैठक पहले तय नहीं थी क्योंकि भारतीय किसान संघ के नेता राकेश टिकैत ने घोषणा की थी कि बातचीत तभी बहाल की जा सकती है, जब एसडीएम आयुष सिन्हा के खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा।
बैठक में अपर मुख्य सचिव देवेंद्र सिंह और करनाल के उपायुक्त निशांत यादव शामिल हो रहे हैं। किसान पक्ष की ओर से बीकेयू अध्यक्ष गुरुनाम सिंह चादुनी व प्रदेश नेतृत्व अपनी मांगें रखेंगे।
आयुष सिन्हा को बर्खास्त करने और उनके खिलाफ मामला दर्ज करने की मांग को लेकर किसान पिछले चार दिनों से करनाल में जिला सचिवालय के बाहर धरने पर बैठे हैं।
उपायुक्त निशांत यादव ने शुक्रवार को संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिला सचिवालय का काम सुचारू रूप से चल रहा है। किसान संगठनों के साथ दो बार बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
उन्होंने कहा, आम जनता को घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें अपने किसी आधिकारिक काम में किसी तरह की परेशानी या परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि किसान और प्रशासन के बीच तालमेल बना रहना चाहिए। उन्होंने किसान संगठनों से भी अपील की कि प्रशासन लगातार बात करने को तैयार है, उनके दरवाजे हमेशा खुले हैं। किसान संगठन कभी भी आकर बात कर सकते हैं।
शनिवार को हुई किसान सभा की बात करते हुए प्रशासन ने कहा कि धरने के दौरान आम आदमी को किसी प्रकार की परेशानी ना हो।
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Source : IANS