किसान नेता राकेश टिकैत पर अलवर में हमला, दिखाए काले झंडे
राजस्थान का किसान ने बीजेपी को पहले भी धूल चटाई और इस तरह की हिमाकत की तो घर से बाहर निकालकर जूते मारने का काम करेंगे. किसान नेताओं ने इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुये बानसूर की किसान सभा के मंच से कहा कि हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे.
highlights
- किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले पर राजस्थान में हमला
- राकेश टिकैत के काफिले को दिखाया गया काला झांडा
- टिकैत के समर्थक और हमला करने वाले आपसे में आमने-सामने हो हए थे
अलवर:
किसान नेता राकेश टिकैत के काफिले पर राजस्थान के अलवर में हमला हुआ है. साथ ही उनको काले झंडे दिखाए गए है. इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत के समर्थक और हमला करने वाले आपसे में आमने-सामने हो हए थे. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर यह हमला अलवर जिले के ततारपुर थाना अंतर्गत ततारपुर चौराहे पर हुआ.शुक्रवार को वह राजस्थान के अलवर जिले में उनका दो पंचायतों को संबोधित करने का कार्यक्रम था. दोपहर में वह एक पंचायत को संबोधित करने के बाद कुछ गाड़ियों के काफिले के साथ वो दूसरी पंचायत को संबाेधित करने के लिए निकले थे. इसी दौरान उन पर हमला हुआ. भाकियू के अनुसार रास्ते में उन्हें एक राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं ने काले झंड़े दिखाकर विरोध जताया और उन पर पथराव कर दिया. इसमें उनकी गाड़ी के शीशे भी टूट गए.
राकेश टिकैत पर हुये इस हमले को लेकर किसान आंदोलन के मंच से बीजेपी को जिम्मेदार ठराया गया है. बीजेपी पर इस हमले के आरोप लगाते हुये कहा गया कि राजस्थान में भी बीजेपी की हालत हरियाणा और पंजाब जैसी की जायेगी. राजस्थान का किसान ने बीजेपी को पहले भी धूल चटाई और इस तरह की हिमाकत की तो घर से बाहर निकालकर जूते मारने का काम करेंगे. किसान नेताओं ने इस हमले पर प्रतिक्रिया देते हुये बानसूर की किसान सभा के मंच से कहा कि हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे.
भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने बताया कि, "राजस्थान में अलवर के तातारपुर चौराहे पर राकेश टिकैत पर हमला हुआ, जिसमें उनकी गाड़ी का शीशा टूट गया." उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि, "हमला करने वाला कुलदीप यादव भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पुनिया का करीबी है. वर्तमान में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का कार्यकर्ता है. हम ऐसी घटनाओं से डरने वाले नहीं हैं."
राकेश टिकैत पर हुए हमले के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने इसपर कड़ी निंदा व्यक्त की. वहीं जिस वक्त ये हमला हुआ उस वक्त टिकैत के साथ मौजूद सुरक्षाकर्मियों ने सुरक्षा घेरा बना वहां से निकाल लिया. नोएडा में राकेश टिकैत पर हमले के विरोध में किसानों ने चिल्ला बॉर्डर को बंद कर दिया. किसानों ने एक तरफ के रास्ते को बंद किया है. नोएडा से दिल्ली वाले रास्ते पर किसान बैठे हैं.
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