झारखंड के 40 लाख किसानों के लिए खुशखबरी है। उन्हें कृषि कार्यों में मदद पहुंचाने वाली मौसम की सटीक जानकारी जल्द ही अलर्ट के जरिये मिलेगी। दिन में तीन बार उन्हें कॉमन सर्विस सेंटर के जरिये मौसम की जानकारी दी जायेगी।
राज्य का कृषि विभाग उन तक मौसम का अलर्ट पहुंचाने में जुट गया है। इसके लिए राज्य के हर पंचायत में रेनगेज मशीन लगायी जायेगी। एक रेनगेज मशीन लगाने की लगात ढाई लाख रुपये है। इसके लिए 48 करोड़ रुपये का प्रावधान कृषि विभाग ने किया है। अभी 35 लाख किसानों का डाटा कृषि विभाग के पास है पर विभाग 40 लाख से अधिक किसानों के पास डाटा पहुंचाने की तैयारी कर रहा है।
मौसम विभाग और कृषि विभाग मिलकर मौसम का अलर्ट कॉमन सर्विस सेंटर तक पहुंचाने की तैयारियों में जुटे हुए हैं। कुल 25 हजार केंद्रों तक मौसम की सेवा दी जायेगी। हर दिन तीन बार मौसम की रिपोर्ट जारी की जायेगी और इससे संबंधित रिपोर्ट भी सेंटर में प्रदर्शित की जायेगी। मौसम विज्ञान विभाग दामिनी और सचेत एप के जरिये मौसम का अलर्ट देगा। सचेत एप से जहां मौसम का अलर्ट मिलेगा वहीं दामिनी एप से वज्रपात की जानकारी मिलेगी।
इस बाबत मौसम विज्ञान विभाग रांची केंद्र के प्रभारी अभिषेक आनंद ने बताया कि पहली बार इस तरह का प्रयास हो रहा है। हम किसानों को उनकी भाषा में खेती के अनुकूल परामर्श देने की तैयारी कर रहे हैं। इसके लिए कृषि विभाग के किसान कॉल सेंटर का उपयोग किया जायेगा। किसानों को उनकी भाषा में वाइस मैसेज से जानकारी देने का प्रयास किया जा रहा है। मौसम विभाग कोशिश कर रहा है कि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक मौसम की जानकारी पहुंचे। गौरतलब है कि रेनगेज मशीन वर्षा मापी यंत्रों को कहा जाता है। रेनगेज मशीन से हवा की आद्रता, तापमान, वर्षा का दबाव, बर्फबारी, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय के अलावा हवा की गति और दिशा की भी जानकारी मिल जायेगी। इस सटीक जानकारी से किसानों को कृषि कार्य में सहूलियत होगी।
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Source : IANS