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जानें BJP के वरिष्‍ठ नेता सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने क्‍यों कहा राफेल कंपनी को ही खरीद लेना चाहिए

हमें रफेल के बदले अमेरिका से F18 लेना था या फिर पूरे रफेल कंपनी को ही खरीद लेना था. वैसे भी अब राफेल को कोई पूछता नहीं है

Updated on: 10 Apr 2019, 08:47 AM

नई दिल्‍ली:

F-18 के सामने राफेल बेकार है, हमे रफेल के बदले अमेरिका से F18 लेना था या फिर पूरे राफेल कंपनी को ही खरीद लेना था. वैसे भी अब राफेल को कोई पूछता नहीं है. ये बातें विपक्ष के किसी नेता ने नहीं बल्‍कि BJP के वरिष्‍ठ नेता सुब्रमण्‍यम स्‍वामी ने कही है.

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दो दिन पहले न्‍यूज स्‍टेट से बात करते हुए स्‍वामी ने F18 के सामने राफेल बेकार है, हमे रफेल के बदले अमेरिका से F18 लेना था या फिर पूरे रफेल कंपनी को ही खरीद लेना था. वैसे भी अब राफेल को कोई पूछता नहीं है. पाकिस्‍तान द्वारा F16 के इस्तेमाल पर बोले, इसका इस्‍तेमाल अमेरिका से बिना पूछे नहीं करना है, लेकिन पाक ने किया इसलिए वो बता नहीं रहे थे, हमने सबूत दे दिए हैं.अब अमेरिका भी उनके खिलाफ कदम उठाएगा.

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इसके अलावा स्‍वामी ने कहा कि हेराल्ड केस में देखिए अब सोनिया और राहुल भी जेल जा सकते है. एक केस में चिदम्बरम भी जाने वाला है. हमने सारे वायदे तो पूरे नही किये जैसे इकॉनमी के फ्रंट पर कुछ अच्छा नहीं किया पर बाकी काम हुए है. इसबार 300 सीटे आएंगी.

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बता दें कि राफेल को लेकर विपक्ष प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर लगातार हमले कर रहा है. राहुल गांधी पीएम मोदी पर इस डील में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते रहे हैं. उन्होंने कहा है कि पीएम मोदी ने यह डील हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) को न देकर व्यक्तिगत संबंधों के चलते अनिल अंबानी की कंपनी को दी है.

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बता दें राफेल डील पर सुप्रीम कोर्ट में दाखिल पुनर्विचार याचिका पर अगली सुनवाई 6 मार्च को होगी. पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने जनवरी में राफेल लड़ाकू विमानों की खरीद के मामले में सरकार को क्लीन चिट दिए जाने के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट से पुनर्विचार की मांग करते हुए याचिका दायर की थी.

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सुप्रीम कोर्ट बीते 26 फरवरी को इस पुनर्विचार याचिका और अन्य याचिकाओं पर सुनवाई के लिए राजी हुआ था. यह सुनवाई खुली अदालत में होगी. वकील प्रशांत भूषण ने कोर्ट से जल्द सुनवाई का आग्रह किया था. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई, जस्टिस किशन कौल और जस्टिस के एम जोसेफ की बेंच ने कहा था कि याचिका पर सुनवाई के लिए नई बेंच का गठन किया गया था.

राफेल विमान की खासियत

  • यह दो इंजन वाला लड़ाकू विमान है, जो भारतीय वायुसेना की पहली पसंद है. हर तरह के मिशन में भेजा जा सकता.
  • अत्याधुनिक हथियारों से लैस होगा राफेल, प्लेन के साथ मेटेअर मिसाइल भी है
  • 150 किमी की बियोंड विज़ुअल रेंज मिसाइल, हवा से जमीन पर मार वाली स्कैल्प मिसाइल
  • स्कैल्प मिसाइल की रेंज 300 किमी, हथियारों के स्टोरेज के लिए 6 महीने की गारंटी
  • अधिकतम स्पीड 2,130 किमी/घंटा और 3700 किमी. तक मारक क्षमता
  • 1 मिनट में 60,000 फ़ुट की ऊंचाई और 4.5 जेनरेशन के ट्विन इंजन से लैस
  • 24,500 किलो उठाकर ले जाने में सक्षम और 60 घंटे अतिरिक्त उड़ान की गारंटी
  • 75% विमान हमेशा ऑपरेशन के लिए तैयार हैं, परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है
  • अफगानिस्तान और लीबिया में अपनी ताकत का प्रदर्शन कर चुका है
  • भारतीय वायुसेना के हिसाब से फेरबदल किए गए हैं.

एफ-16 की खासियत

  • एफ -16 रॉकेट, हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइल, हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइल और हवा से जहाज तक मार करने वाली मिसाइल के साथ-साथ कई तरह के बम से लैस है. इसमें रडार ऑन-बोर्ड भी होता है.
  • यह अमेरिका द्वारा निर्मित चौथी जनेरेशन का सबसे आधुनिक लड़ाकू विमान है.
  • यह एक एक इंजन वाला सुपरसोनिक मल्टीरोल लड़ाकू विमान है.
  • उम्दा जीपीएस नैविगेशन भी इसकी खासियत है.
  • इस विमान में एडवांस स्नाइपर टारगेटिंग पॉड भी है. किसी भी मौसम में काम करने में सक्षम.
  • इसमें फ्रेमलेस बबल कॉनोपी है, जिससे देखने मे सुविधा होती है. सीटें 30 डिग्री पर मुड़ी है, जिससे पॉयलट को जी-फोर्स की अनुभूति कम होती है.