इस्लामाबाद द्वारा गिलगित-बलिस्तान को नया प्रांत घोषित करने पर भारत ने नाराज़गी जताई है । विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने आज लोकसभा मे कहा कि पाकिस्तान का यह सोचना गलत होगा कि भारत अपने क्षेत्र के किसी भी भाग को छोड़ देगा।
सुषमा स्वराज ने यह बयान BJD नेता भातृहरी महताब के उस सवाल के जवाब मे दिया जब उन्होने लोकसभा मे पूछा कि क्या सरकार ने पाकिस्तान की ओर से गिलगित- बलिस्तान को पांचवां प्रांत घोषित करने पर सही रूप मे जवाब भी दिया है?
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उन्होने कहा इस दिशा मे कोई कदम नही उठाया गया जबकि कुछ पश्चिमी देशों ने पाकिस्तान के इस कदम की आलोचना की थी, इन सब पर हमारी सरकार की क्या प्रतिक्रिया रही है?" उन्होंने सरकार से इतिहास को न भूलने को कहा और कहा कि इसे दोहराने पर इसकी निंदा की जाएगी।
अपने जवाब मे विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि भारत सरकार ने पाकिस्तान के इस कदम का विरोध उसी दिन किया था जिस दिन उसे इस कदम के बारे मे जानकारी हुई थी। उन्होने यह भी कहा कि सरकार पर इस बात का संदेह करना भी ग़लत होगा के वह अपने अधिकार क्षेत्र का कोई भी भाग छोड़ देगा।
स्वराज ने कहा कि संसद के दोनों सदनों ने इस प्रस्ताव को पारित कर दिया है, जिसमे पाकिस्तान के कब्जे के तहत दोनों पीओके और गिलगित-बलिस्तान पर भारत के दावों को दोहराया गया है, और सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है।
Source : News Nation Bureau