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जुलाई से अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद : मुख्य आर्थिक सलाहकार

मुख्य आर्थिक सलाहकार के वी सुब्रह्मण्यम ने कहा है कि जुलाई तक अर्थव्यवस्था में सुधर के संकेत मिल रहे हैं. न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए के वी सुब्रह्मण्यम ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर ने आर्थिक सुधार की गति को प्रभावित किया है.

Updated on: 03 Jun 2021, 06:52 PM

दिल्ली :

मुख्य आर्थिक सलाहकार के वी सुब्रह्मण्यम (Chief Economic Advisor KV Subramanian) ने कहा है कि जुलाई तक अर्थव्यवस्था में सुधर के संकेत मिल रहे हैं. न्यूज़ एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए के वी सुब्रह्मण्यम ने कहा कि कोरोना की दूसरी लहर ने (Covid Impact on Economy) आर्थिक सुधार की गति को प्रभावित किया है. हमें जुलाई से अर्थव्यवस्था में सुधार की उम्मीद है. अब राज्यों ने व्यापारिक गतिविधियों पर से प्रतिबंध हटाना शुरू कर दिया है और अगर हम टीकाकरण में तेजी लाते हैं तो हमारी अर्थव्यवस्था जुलाई से फिर से पटरी पर आ जाएगी.

मुख्य आर्थिक सलाहकार के वी सुब्रह्मण्यम ने सोमवार को कहा था कि कोरोना की दूसरी लहर का भारतीय अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा असर पड़ने की आशंका नहीं है लेकिन उन्होंने महामारी की आगे की राह को लेकर बनी हुई अनिश्चितता के बारे में आगाह किया था. उन्होंने साथ ही कहा कि महामारी की वजह से पैदा हुई परिस्थितियों को देखते हुए यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि क्या मौजूदा वित्तीय वर्ष में देश की आर्थिक विकास दर दोहरे अंकों में (दस या दस फीसदी से ऊंची) होगी. इस साल जनवरी में जारी आर्थिक सर्वेक्षण 2020-21 में मार्च 2022 में समाप्त होने वाले मौजूदा वित्तीय वर्ष में 11 फीसदी की आर्थिक विकास दर का अनुमान लगाया गया था.

मुख्य आर्थिक सलाहकार ने कहा कि भारत में दिसंबर तक सभी के लिए टीकाकरण लगभग हो जायेगा। अगर हम हर दिन तीन-तीन शिफ्ट में लोगों को टीका लगाते हैं, तो हम एक दिन में 1 करोड़ लोगों का टीकाकरण कर सकते हैं. यह निश्चित रूप से महत्वाकांक्षी है, लेकिन असंभव नहीं है. मुख्य आर्थिक सलाहकार के वी सुब्रमण्यम ने बताया कि कोरोना हमारे राजकोषीय घाटे के लक्ष्य और विनिवेश लक्ष्य को प्रभावित नहीं करने वाला है.