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Exclusive: पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने कहा- हाफिज सईद के खिलाफ सबूत का इंतजार, भारत कर रहा है देरी

मुंबई हमलों में दोषी लोगों को सजा दिलाने के लिये पाकिस्तान गंभीर है।

Updated on: 31 Mar 2017, 06:53 AM

highlights

  • अब्दुल बासित ने कहा, भारत-पाक बातचीत में कश्मीर मुद्दे पर हुर्रियत तीसरा पक्ष नहीं
  • अब्दुल बासित ने कहा, हाफिज सईद के खिलाफ भारत ने नहीं दिये सबूत
  • न्यूज नेशन से बातचीत में बासित ने कहा, हम खुद आतंकवाद के शिकार हैं, इसका समर्थन कैसे कर सकते हैं

नई दिल्ली:

भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित ने न्यूज नेशन से एक्सक्लूसिव बातचीत में कहा कि भारत ने मुबई हमले के गुनहगार हाफिज सईद के खिलाफ सबूत नहीं दिये हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि मुंबई हमलों में दोषी लोगों को सजा दिलाने के लिये पाकिस्तान गंभीर है लेकिन भारत की तरफ से कोई पुख्ता सबूत नहीं दिये गए हैं।  

बासित ने कहा, 'हाफिज सईद के खिलाफ सबूत का इंतजार है। भारत इसमें देरी कर रहा है। हाफिज को आतंक निरोधी कानून के तहत हिरासत में रखा गया है।'

उन्होंने न्यूज नेशन से खास बातचीत में कहा, 'कश्मीर के मुद्दे पर भारत-पाकिस्तान की बातचीत में हुर्रियत तीसरा पक्ष नहीं है।' आपको बता दें की पाकिस्तान कश्मीर मुद्दे पर भारत से बातचीत के लिए अलगाववादियों को भी पक्ष बनाने लिए कहता रहा है।

वहीं घाटी के अलगावादी नेता भी कश्मीर पर भारत-पाकिस्तान की बातचीत में शामिल होना चाहते हैं। लेकिन भारत साफ कर चुका है कि वह किसी भी तीसरे पक्ष को बातचीत में शामिल नहीं करेगा। पाकिस्तान दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में भी पाकिस्तान अलगाववादियों को निमंत्रण देता है।

बासित ने कहा कि भारत ने अचानक बातचीत बंद कर दी है, जो उसे नहीं करना चाहिये था। साथ ही उन्होंने कहा कि अब हमें आगे देखना चाहिये कि विवादित मुद्दों को किस तरह से सुलझाया जाए। 

उन्होंने माना कि दोनों देशों में आपसी विश्वास की कमी है और दोनों देशों को विश्वास बढ़ाने पर काम करना चाहिये। लेकिन भारत बातचीत के लिये लकीर नहीं खींच सकता है।  

भारत में पाकिस्तान के उच्चायुक्त अब्दुल बासित से बातचीत के मुख्य अंश -

# दोनों देशों की आने वाली पीढ़ी के लिये हमें एक अच्छा माहौल छोड़ कर जाना चाहिये

# ये बहुत ज़रूरी है कि दोनों देशों के लिये कि एक साथ बैठकर बात करें और दोनों के बीच जो तमाम विवादित मुद्दे हैं उन्हें को सुलझाएं

# हम खुद आतंकवाद के शिकार हैं। हम इसका समर्थन कैसे कर सकते हैं। हम आतंकवाद पर भारत के साथ हैं। लेकिन भारत का सहयोग इस दिशा सहायक होगा।

# हम कोशिश करेंगे कि विवादित मुद्दों पर सहमति बने, दोनों देशों को आपसी विश्वास को बढ़ाने के लिये काम करना चाहिये।

# अगर भारत के पास दाऊद इब्राहिम के पाकिस्तान में होने के बारे में कोई सबूत है तो उसे हमें उपलब्ध कराए 

# हमें नहीं पता कि दाऊद इब्राहिम पाकिस्तान में रह रहा है, लेकिन लोगों का कहना है कि वो खाड़ी के देशों में रह रहा है। 

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# मैनें पहले भी कहा है कि भारत और पाकिस्तान में कई ऐसे नकारात्मक तत्व हैं जो बातचीत को आगे बढ़ने नहीं देना चाहते हैं।

# अगर भारत बातचीत में शामिल नहीं होना चाहता है, तो नकारात्मकता फैलाने वाले लोगों को फायदा होगा

# दुनिया के तमाम देशों ने आतंकवाद को रेकने में पाकिस्तान की भूमिका की सराहना की है। 

# हम आतंकवाद के शिकार हैं, हम अपने देश को आतंक को बढ़ावा देने के लिये इस्तेमाल नहीं करने देंगे

# हमने हाफिज सईद को आतंकरोधी कानून के तहत नज़रबंद कर रखा था, कोर्ट ने उसके पक्ष में फैसला दिया था जिसकी वजह से हमें रिहा करना पड़ा

# पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर गंभीर है और अगर कोई भी पाकिस्तानी नागरिक इसमें शामिल पाया जाता है तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी

# अगर भारत ये कहता रहता है कि कश्मीर उसका अभिन्न अंग है तो पाकिस्तान के लिये बातचीत करना मुश्किल होगा। कश्मीर का मुद्दा बातचीत से ही हल हो सकता है, न कि युद्ध से। 

# कश्मीर के मुद्दे पर हुर्रियत और वहां के लोगों से बातचीत करना जरूरी है। भारत और पाकिस्तान अकेले इस समस्या का हल नहीं निकाल सकते और न ही इस पर कोई फैसला ले सकते हैं। 

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