प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ओडिशा दौरे के दौरान उनके हेलीकाप्टर की तलाशी लेने वाले आईएएस अधिकारी को निलंबित कर दिया गया. इस घटना पर पूर्व चुनाव आयुक्त डा. एस वाई कुरैशी ने बड़ा बयान दिया है उन्होंने कहा कि इस अफसर पर कार्रवाई दुर्भाग्य पूर्ण है. उन्होंने कहा इस घटना से हमने संवैधानिक संस्थाओं की छवि को सुधारने का एक और मौका गवां दिया है.
कुरैशी ने ट्विटर पर लिखा, ओडिशा में पीएम मोदी के हेलीकाप्टर की तलाशी लेने वाले अफसर का निलंबन न सिर्फ दुर्भाग्यपूर्ण हैं बल्कि इस मौके पर हमने प्रधानमंत्री के साथ-साथ चुनाव आयोग जैसी संस्था की छवि सुधारने का मौका भी गवां दिया. प्रधानमंत्री और चुनाव आयोग दोनों ही संस्थाएं जनता के प्रति जवाबदेही हैं. लोकसभा चुनाव 2019 के दौरान पीएम मोदी लगातार चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं और मौजूदा चुनाव आयोग हर बार इसे अनदेखा कर रहा है. डा. कैरैशी ने कहा कानून सभी पर लागू होता है चाहे वो प्रधानमंत्री हो या फिर देश का आम नागरिक अगर ओडिशा में पीएम मोदी के हेलीकाप्टर की तलाशी हो जाती तो आज पीएम मोदी और चुनाव आयोग दोनों संस्थाओं की निंदा नहीं होती.
आपको बता दें कि, मंगलवार को पीएम मोदी के हेलीकाप्टर की तलाशी लेने की वजह से चुनाव आयोग ने कर्नाटक के आईएएस अफसर मोहम्मद मोहसिन को निलंबित कर दिया था. इस मामले में पीएमओ ने चुनाव आयोग में दखलअंदाजी करते हुए यही कार्रवाई की. हालांकि चुनाव आयोग के अधिकारी इस मामले की जांच करने के लिए ओडिशा भी गए थे. पीएमओ के हस्तक्षेप के बाद उन्हें ड्यूटी से सस्पेंड कर दिया गया था. चुनाव आयोग की इस कार्रवाई के बाद पीएम मोदी की चौतरफा आलोचना शुरू हो गई थी.