कश्मीर घाटी में पिछले 100 दिनों से अशांति फैली हुई है। वहां के ताज़ा हालात पर चर्चा के लिए पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारुक़ अब्दुल्ला शुक्रवार को पीएम मोदी से मिलने पहुंचे। बैठक के दौरान फ़ारुक़ अब्दुल्ला ने पीएम से अपील की है कि वो सभी लोग जो शांति के लिए बातचीत के पक्षधर हैं उन्हें एक मेज़ पर जगह दी जाय, ताकि घाटी में जारी गतिरोध जल्द से जल्द ख़त्म हो सके।
बातचीत के बाद पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारुक़ अब्दुल्ला ने पीएम के साथ बातचीत पर संतोष जताया, उन्होंने कहा कि पीएम ने उनकी बातों को काफी धैर्य से सुना है और उनके सुझावों पर भी गौर किया है।
अब्दुल्ला ने कहा, 'मुझे यकीन है कि प्रधानमंत्री के सामने मैंने और राज्य से आए अन्य लोगों के जो मुद्दे उठाए हैं, उन्हें वो तत्काल सुलझाएंगे।' पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने हमेशा एक रचनात्मक विपक्ष की भूमिका निभाई है और भविष्य में भी वो लगातार ऐसा करती रहेंगी।
उन्होंने कहा, 'तीन महीने से भी अधिक समय से चल रही अशांति के पीड़ित रहे राज्य के लोगों के लिए हम लोग कुछ भी करने की मंशा रखते हैं। उन्होंने कहा, शिक्षा क्षेत्र को नुकसान हुआ है। राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार पर्यटन भी इन दिनों बुरी तरह प्रभावित हुआ है। नियंत्रण रेखा के पास रह रहे लोग हर रोज़ मुश्किलों का सामना कर रहे हैं।
ग़ौरतलब है कि इससे पहले भी अब्दुल्ला बातचीत में हुर्रियत को शामिल करने की बात करते रहे हैं। उन्होंने कहा की घाटी में शांति बहाल करना बहुत ज़रूरी है और इसलिए जैसे भी हो सरकार की कोशिश भी इन्हीं बातों को लेकर केंद्रित होनी चाहिए।
पूर्व मुख्यमंत्री फ़ारुक़ अब्दुल्ला ने मोदी के साथ हुई बातचीत पर संतोष जताया है।
Source : News Nation Bureau