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चुनाव आयोग सपा के चुनाव चिह्न को जब्त करते हुए दोनों धड़े को अलग-अलग चुनाव चिह्न आवंटित कर सकता है: एस वाई कुरैशी

पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त की माने तो समाजवादी पार्टी के चुनाव चिह्न साइकिल को आयोग जब्त कर सकता है।

Updated on: 02 Jan 2017, 07:20 PM

New Delhi:

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में हुए तख्तापलट के बाद अब पार्टी के चुनाव चिह्न को लेकर लड़ाई छिड़ गई है। चुनाव चिह्न की दावेदारी को लेकर मुलायम सिंह यादव सोमवार को साढ़े चार बजे अपने भरोसेमंद लोगों के साथ चुनाव आयोग जा रहे हैं। 

साइकिल चुनाव चिह्न पर मुलायम सिंह दावा ठोंक रहे हैं वहीं अखिलेश यादव का गुट भी इस पर स्वाभाविक दावा जता रहा है। अखिलेश के करीबी रामगोपाल यादव ने भी चुनाव आयोग से मिलने का समय मांगा है।

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पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त की माने तो समाजवादी पार्टी के चुनाव चिह्न साइकिल को आयोग जब्त कर सकता है। पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त एस वाई कुरैशी ने कहा, 'आयोग संभवत: साइकिल चुनाव चिह्न को जब्त करते हुए दोनों धड़े (मुलायम और अखिलेश धड़ा) को दो अलग-अलग चुनाव चिह्न आवंटित कर सकता है।'

रविवार को लखनऊ के पार्टी अधिवेशन में मुलायम सिंह यादव को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाकर मार्गदर्शक मंडल में भेज दिया गया है। अधिवेश को मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बना दिया गया।

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अखिलेश यादव ने इसके साथ ही अमर सिंह को पार्टी से बाहर निकाल दिया था। इसके अलावा शिवपाल यादव को उत्तर प्रदेश समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाते हुए नरेश उत्तम को यह जिम्मेदारी सौंप दी।

चुनाव आयोग से मिलने से पहले मुलायम सिंह के दिल्ली स्थित आवास पर चल रही बैठक में शिवपाल यादव, अमर सिंह, अंबिका चौधरी और जया प्रदा शामिल हुए हैं।