logo-image

60 साल के कांग्रेसी शासन के बाद भी सलमान खुर्शीद की यह इच्छा अभी अधूरी...

कांग्रेस नेता और पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शील ने ट्वीट किया कि क्या कोई ऐसा तरीका है जिससे हम यह सुनिश्चित कर सकें कि सभी बच्चों के पास अच्छा खाना, एक आरामदायक बिस्तर, एक स्कूल जो सीखने के साथ आनंद को जोड़ता है.

Updated on: 29 Jun 2021, 02:40 PM

नई दिल्ली:

देश की आजादी के बाद 60 साल से अधिक समय तक केंद्र में सत्ता में रही कांग्रेस के नेता अभी भी बुनियादी सुविधाओं की मांग कर रहे हैं. कांग्रेस नेता और पूर्व कानून मंत्री सलमान खुर्शील ने ट्वीट किया कि क्या कोई ऐसा तरीका है जिससे हम यह सुनिश्चित कर सकें कि सभी बच्चों के पास अच्छा खाना, एक आरामदायक बिस्तर, एक स्कूल जो सीखने के साथ आनंद को जोड़ता है, एक डॉक्टर उन्हें स्वस्थ रखने के लिए, नौकरी को पूरा करने के लिए कुशल होने का अवसर? कोई निराशा नहीं, भीख नहीं, अनिश्चितता नहीं.

इससे पहले कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सलमान खुर्शीद ने पार्टी में सुधार की फिर से अपील करने वाले ‘जी-23’ नेताओं पर निशाना साधते हुए रविवार को कहा कि सुधार उस चीज पर अचानक सवाल उठाने से नहीं आता, जिसका वर्षों तक फायदा उठाया गया हो, बल्कि यह त्याग से आता है. खुर्शीद ने सवाल किया कि जो लोग संगठनात्मक चुनावों का आह्वान कर रहे हैं, क्या वे इसी तरह पार्टी में उस जगह पर पहुंचे है, जहां वे अभी हैं. ‘जी-23’ के नेता एम वीरप्पा मोइली ने पार्टी को चुनावी रूप से अधिक प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए इसकी बड़ी सर्जरी की आवश्यकता पर जोर दिया था. मोइली के इस बयान के कुछ दिन बाद खुर्शीद ने कहा कि ये ‘‘अच्छे वाक्यांश उत्तर नहीं हैं क्योंकि पार्टी नेताओं को पिछले 10 वर्ष में पैदा हुई चुनौतियों से मिलकर निपटने की जरूरत है.

यह भी पढ़ेंः 300 यूनिट फ्री बिजली, पुराने सारे बिल माफ...केजरीवाल ने किए पंजाब के लिए बड़े वादे

खुर्शीद ने पीटीआई को दिए साक्षात्कार में कहा कि यह फैसला राहुल गांधी को करना है कि वह पार्टी के अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ना चाहते हैं या नहीं. उन्होंने कहा कि राहुल पार्टी अध्यक्ष हों या न हों, वह हमारे नेता रहेंगे. संगठन में सभी स्तरों पर व्यापक सुधार के कपिल सिब्बल के आह्वान और पार्टी की बड़ी सर्जरी संबंधी मोइली की टिप्पणी के बारे में पूछे जाने पर, पूर्व केंद्रीय मंत्री खुर्शीद ने कटाक्ष किया कि मैं बड़ी सर्जरी को लेकर काफी खुश हूं, लेकिन आप क्या हटाना चाहते हैं- मेरा यकृत, मेरी किडनी, कोई मुझे बताए कि आप कौन सी सर्जरी करवाना चाहते हैं. 

गांधी परिवार के करीबी
गांधी परिवार के निकट समझे जाने वाले नेताओं में शामिल खुर्शीद ने कहा कि पार्टी की सर्जरी होनी चाहिए, लेकिन यह स्पष्ट किया जाना चाहिए कि इससे किसी को क्या लाभ और नुकसान होगा. 68 वर्षीय नेता ने चिकित्सा संबंधी उपमाओं का उपयोग करते हुए कहा कि ये अच्छे वाक्यांश जवाब नहीं हैं, हमें (समस्या की) तह तक जाने की जरूरत है, हमें भीतर तक जाने की जरूरत है, हमें सर्जरी से पहले एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड करने की जरूरत है.