होली के दिन मुलायम परिवार अपनी कलह को भूलकर एक मंच पर आ गया। इस दौरान अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल सिंह यादव के पांव छूकर आशीर्वाद लिया और मंच भी साझा किया।
उत्तर प्रदेश के चुनाव से ही अखिलेश और शिवपाल के बीच अनबन चल रही है। शिवपाल यादव ने नाराज़ होकर दूसरी पार्टी लॉन्च करने की बात की थी। साथ ही ऐसे भी संकेत दिये थे कि वो किसी दूसरे दल में शामिल हो सकते हैं।
यूपी चुनावों के बाद हो रही पहली होली में पूरा परिवार सैफई में जुटा। इस दौरान यादव परिवार ने अपने सैफई वालों के साथ फूलों की होली खेली।
समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कार्यक्रम के दौरान अखिलेश और शिवपाल यादव के जिंदाबाद के नारे भी लगाए।
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इतना ही नहीं मंच पर लगे पोस्टर्स को हटवा दिया गया क्योंकि उसमें अखिलेश और मुलायम की फोटो थी, शिवपाल की फोटो नहीं थी। जिसके कारण अखिलेश ने बैनर और पोस्टर्स को हटावा दिया।
होली कार्यक्रम के दौरान सपा के राष्ट्रीय महासचिव डॉ0 रामगोपाल यादव के मौजूद नहीं थे। संस्थापक मुलायम सिंह यादव की तबियत खराब होने के कारण वो लखनऊ चले गए थे।
सैफई में एक जमाने में कुर्ता फाड़ होली खेली जाती थी। लेकिन मुलायम सिंह यादव ने कुर्ता फाड़ होली की जगह फूलों की होली खेलने की नई परंपरा की शुरूआत की।
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Source : News Nation Bureau