आदिवासियों को पोस्टमॉर्टम के लिये तीन किमी पैदल चलकर ले जाना पड़ा शव, मामला दर्ज

आदिवासियों को अपने गांव में सड़कों की खस्ताहालत के चलते ऐसा करना पड़ा था. आयोग ने मीडिया में आई खबरों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया.

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yogesh bhadauriya
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प्रतिकात्मक तस्वीर( Photo Credit : News State)

केरल राज्य मानवाधिकार आयोग ने राज्य सरकार से उस घटना पर रिपोर्ट मांगी है जिसमें कुछ आदिवासियों को एर्नाकुलम जिले में जंगलों के रास्ते करीब तीन किलोमीटर चलकर एक व्यक्ति के शव को पोस्टमॉर्टम के लिये ले जाना पड़ा था. आदिवासियों को अपने गांव में सड़कों की खस्ताहालत के चलते ऐसा करना पड़ा था. आयोग ने मीडिया में आई खबरों के आधार पर मामला दर्ज कर लिया. आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति एंटनी डोमिनिक ने मु्ख्य सचिव और एर्नाकुलम जिला कलेक्टर को तीन सप्ताह के भीतर रिपोर्ट देने के लिये कहा है.

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दरअसल बीते सप्ताह एर्नाकुलम जिले में कुंजीप्पाड़ा आदिवासी कॉलोनी में सोमन (37) नामक व्यक्ति ने कथित रूप से अपने घर में फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी. पुलिस जांच के बाद उसके शव को कथित रूप से चटाई में लपेटकर कंधों पर डालकर नजदीकी सड़क पर ले जाया गया. इसके बाद वे एक नदी पार कर शव को एक जीप में रखकर मुख्य सड़क पर ले गए. बाद में शव को एंबुलेंस में रखकर पोस्टमॉर्टम के लिये कोथामंगलम तालुक अस्पताल ले जाया गया.

Source : PTI

Dead Body POSTMORTAM
      
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