प्रवर्तन निदेशालय ने दावा किया है कि उसने पूर्व नौकरशाह की बेटी और पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपए के भर्ती घोटाले में गिरफ्तार रियल इस्टेट कारोबारी के बेट अभिषेक सिल की दोस्त ईमान गंगोपाध्याय के पास एक करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति का पता लगाया है।
ईडी ने सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक कर्मचारियों की भर्ती में कथित घोटाले की जांच के सिलसिले में पिछले महीने अयान सिल के आवास पर छापा मारा था जिसमें राज्य की कई नगरपालिकाओं में इसी तरह के घोटाले का पता चला था।
इमान गंगोपाध्याय के पिता सेवानिवृत्ति से पहले राज्य के नगरपालिका मामलों और शहरी विकास विभाग के संयुक्त निदेशक के पद पर थे, जो नगर निगमों और नगर पालिकाओं सहित राज्य के सभी शहरी निकायों के लिए नोडल विभाग था।
सूत्रों ने कहा कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या पूर्व नौकरशाह की घोटाले में कोई भूमिका थी।
ईडी के अधिकारियों ने हाल ही में ईमान से सॉल्ट लेक स्थित उसके कार्यालय में घंटों पूछताछ की। पूछताछ के दौरान उसने अधिकारियों को उसके नाम की प्रॉपर्टी का विवरण दिया, जिसकी कुल कीमत एक करोड़ रुपये है।
ईडी को पता चला है कि वह अयान सिल के बेटे अभिषेक सिल के साथ संयुक्त रूप से फॉसिल्स नाम की एक कंपनी की मालकिन है। कंपनी का कार्यालय दक्षिण कोलकाता के पॉश बॉन्डेल रोड इलाके में स्थित है।
पिछले महीने ईडी ने दावा किया था कि उनके अधिकारियों को इन नगरपालिकाओं से जुड़े भर्ती अनियमितता घोटाले से एकत्र किए गए 40 करोड़ रुपये का पता चल गया है। हालांकि, केंद्रीय एजेंसी को संदेह है कि आने वाले दिनों में यह राशि बहुत अधिक हो सकती है।
ईडी सूत्रों ने कहा कि यह केवल नगरपालिकाओं की भर्ती अनियमितताओं से एकत्रित राशि है। गिरफ्तार रियल एस्टेट प्रमोटर द्वारा स्कूलों में शैक्षणिक और गैर-शैक्षणिक भर्ती से संबंधित घोटाले से एकत्रित आय की अंतिम गणना अभी नहीं हो पाई है।
ईडी के शुरुआती अनुमानों के अनुसार, सिल द्वारा दो घोटालों को मिलाकर 100 करोड़ रुपये से अधिक की अवैध कमाई की गई है।
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Source : IANS