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ईडी ने 173.50 करोड़ रुपये के घोटाले में 1 को गिरफ्तार किया

ईडी ने 173.50 करोड़ रुपये के घोटाले में 1 को गिरफ्तार किया

Updated on: 18 Nov 2021, 10:50 PM

नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम (एनएसआईसी) को 173.50 करोड़ रुपये के नुकसान से जुड़े एक मामले में देवव्रत हालदार को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने गुरुवार को यह जानकारी दी।

ईडी ने कहा, हालदार को धनशोधन निवारण अधिनियम, 2002 के प्रावधानों के तहत बुधवार को गिरफ्तार किया गया।

गिरफ्तारी से एक दिन पहले ईडी ने पश्चिम बंगाल में छह अलग-अलग जगहों पर तलाशी अभियान चलाया था।

ईडी ने दो वाहन - एक टोयोटा फॉर्च्यूनर और एक टोयोटा कोरोला एल्टिस (50 लाख रुपये), नकद और आभूषण (18.4 लाख रुपये मूल्य) जब्त किए गए। साथ ही, संबंधित फर्जी एमएसएमई फर्मो के बैंक खातों में 3.95 करोड़ रुपये की राशि पड़ी है, जिसे फ्रीज कर दिया गया है।

ईडी ने सीआईडी, पश्चिम बंगाल द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग की जांच शुरू की है।

एनएसआईसी को अपनी कच्ची सामग्री सहायता योजना (आरएमए योजना) के तहत अन्य असंबद्ध संस्थाओं की बैंक गारंटी (बीजी) जमा करने और तत्कालीन विभिन्न शाखाओं द्वारा जारी किए जाने वाले फर्जी बीजी जमा करने से कुल 173.50 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था। यह बात युनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, कोलकाता ने कही।

अपनी आरएमए योजना के तहत प्राप्त एनएसआईसी की धनराशि को विभिन्न फर्जी आपूर्तिकर्ता फर्मो के खातों के माध्यम से रकम को लॉन्ड्रिंग या डायवर्ट किया गया था।

विभिन्न जरूरतमंद एमएसएमई फर्मो को ऋण सुविधाएं देने के लिए आरएमए योजना तैयार की गई है।

जांच के दौरान, यह पता चला कि घोटाले के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक देवव्रत हालदार ने पूरे घोटाले के बिचौलिए और मुख्य लाभार्थी के रूप में काम किया।

आरोपी ने अपराध की आय से विभिन्न चल और अचल संपत्ति अर्जित की है। प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि पीएमएलए जांच के दौरान हालदार असहयोगी रहा। उसका रवैया टालमटोल करने वाला रहा और उसने कोई प्रासंगिक जानकारी नहीं दी।

जांच एजेंसी ने कहा, इसलिए उन्हें 17 नवंबर को गिरफ्तार किया गया और विशेष पीएमएलए अदालत ने उन्हें 10 दिन के ईडी रिमांड में भेज दिया है। आगे की जांच जारी है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.