भारत को सीमा पार नहीं देश के अंदर के दुशमनों से ख़तरा: फ़ारूक़ अब्दुल्ला

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का मसला तब तक नहीं सुलझाया जा सकता जब तक हमारे आपसी टकराव ख़त्म नहीं हो जाते।

उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का मसला तब तक नहीं सुलझाया जा सकता जब तक हमारे आपसी टकराव ख़त्म नहीं हो जाते।

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Deepak Kumar
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भारत को सीमा पार नहीं देश के अंदर के दुशमनों से ख़तरा: फ़ारूक़ अब्दुल्ला

फ़ारूक़ अब्दुल्ला, पूर्व सीएम, जम्मू-कश्मीर

नेशनल कांफ्रेस (एनसी) प्रमुख फ़ारूक़ अब्दुल्ला ने कहा कि देश के दुशमन बाहर नहीं देश के अंदर ही हैं। उन्होंने कहा कि अगर आगे भारत का विभाजन होता है तो देश में भयंकर तबाही लाएगा।

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रविवार को एक प्रेस क़ांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, 'अगर फिर से देश का विभाजन हुआ तो तबाही आ जाएगी। हमारा दुशमन सीमा पार नहीं बल्कि हमारे बीच है। जब तक हमलोग इस दुशमन से नहीं लड़ेंगे इस समस्या का सामाधान नहीं निकलेगा।'

आगे उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का मसला तब तक नहीं सुलझाया जा सकता जब तक हमारे आपसी टकराव ख़त्म नहीं हो जाते।

इसके अलावा अब्दुल्ला ने एक बार फिर से भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत शुरू करने की दिशा में क़दम बढ़ाने पर ज़ोर दिया है।

फ़ारूक़ ने कहा, 'भारत और पाकिस्तान के सुरक्षा सलाहकारों ने बैंकॉक में मुलाक़ात की है। अगर कहीं आतंकवाद है, तो जरूरी है कि दोनों देश इस समस्या पर आपस में मिलें और मुद्दे पर बातचीत करें।'

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बता दें कि फ़ारूक़ अब्दुल्ला इससे पहले अगस्त 2017 में भी ये बात कही थी। 

जनता दल (युनाइटेड) के वरिष्ठ नेता शरद यादव द्वारा आयोजित 'साझा विरासत बचाओ' कार्यक्रम में अब्दुल्ला ने कहा, 'हमारे सामने बाहर से कोई खतरा नहीं है, चाहे वह पाकिस्तान हो या चीन। हम उनसे निपटने में सक्षम हैं, लेकिन देश को अपने अंदर के लोगों से ही खतरा है।'

उन्होंने कहा, 'देश के अंदर ही चोर बैठे हुए हैं, जो सब कुछ बर्बाद कर रहे हैं।'

नरेंद्र मोदी सरकार या बीजेपी का नाम लिए बगैर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री अब्दुल्ला ने जोर देकर कहा कि कश्मीरवासी भी भारतीय ही हैं।

उन्होंने कहा, 'आज हमसे हमारी राष्ट्रीयता पूछी जा रही है। वे कौन होते हैं हमारी राष्ट्रीयता पर सवाल करने वाले?'

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उन्होंने यह भी कहा कि कश्मीरियों ने आजादी वाले दिन पाकिस्तान की बजाय भारत में रहना पसंद किया, क्योंकि भारत ने बराबरी की गांरटी दी थी।

हालांकि नवंबर 2017 में फ़ारूक़ ने पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) को पाकिस्तान का हिस्सा बताते हुए कहा था, 'पीओके को पाकिस्तान से कोई छीन नहीं सकता। कश्मीर का जो हिस्सा भारत के पास है, वह भारत का हिस्सा है। कितनी भी जंग क्यों न हो जाए, ये नहीं बदलने वाला है।'

इतना ही नहीं फ़ारूक़ ने नवंबर में मोदी सरकार को चुनौती देते हुए कहा था कि वह पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में तिरंगा फहराने की बातें करने से पहले श्रीनगर के लाल चौक पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर दिखाए।

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Source : News Nation Bureau

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