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Coronavirus (Covid-19): कर्मचारियों की सैलरी, अप्रेजल और इंक्रीमेंट पर होगा बड़ा असर, कंपनियों ने जताई ये चिंता

Coronavirus (Covid-19): मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सर्वे को 20 मार्च से 31 मार्च के दौरान किया गया था और सर्वे में 103 कंपनियों के 4.17 लाख कर्मचारियों को शामिल किया गया था.

Updated on: 28 Apr 2020, 09:34 AM

नई दिल्ली:

Coronavirus (Covid-19): कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Epidemic) के प्रकोप की वजह से दुनियाभर के कारोबार पर काफी नकारात्मक असर पड़ा है. दुनियाभर में कई बिजनेस की तो कमर टूट चुकी है. कर्मचारी बेरोजगार हो रहे हैं. कंपनियों पर ताला लगने तक की नौबत आ चुकी है और अगर हालात नहीं सुधरे तो स्थिति और भी भयावह हो सकती है. बता दें कि सरकारों की ओर से कोरोना से लड़ने के लिए लॉकडाउन लगाया गया है, जिसकी वजह से कई कंपनियों के कर्मचारी घर से काम यानि वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं.

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कोरोना वायरस से काफी खराब रहेंगे अगले 6 महीने
जानकारों का कहना है कि मौजूदा हालात की वजह से कारोबार, इंसेंटिव और इंक्रीमेंट पर नकारात्मक असर पड़ा है. विलिस टावर्स वाटसन कोविड—19 इंडिया रेडिनेस सर्वे 2020 के मुताबिक 57 फीसदी कंपनियों का कहना है कि कोरोना वायरस की वजह से अगले 6 महीने काफी खराब रहने वाले हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस सर्वे को 20 मार्च से 31 मार्च के दौरान किया गया था और सर्वे में 103 कंपनियों के 4.17 लाख कर्मचारियों को शामिल किया गया था. सर्वे के अनुसार करीब 77 फीसदी कंपनियों ने संकेत दिया है कि मौजूदा साल में सैलरी में कटौती नहीं करने जा रही हैं. 33 फीसदी कंपनियों का कहना है कि पहले की ही तरह अपने कर्मचारियों को बोनस और अप्रेजल देंगी. सर्वे में शामिल 53 फीसदी कंपनियों का कहना है कि बिक्री से जुड़े पेमेंट में किसी भी तरह का एडजेस्टमेंट नहीं किया जाएगा, जबकि 42 फीसदी कंपनियों ने इंक्रीमेंट पर अभी तक कोई भी निर्णय नहीं लिया है.

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मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोविड 19 से अपने कर्मचारियों को बचाने के लिये कंपनियों ने सुरक्षा के अच्छे बंदोबस्त किए हैं. सर्वे में शामिल 99 फीसदी कंपनियों ने कर्मचारियों को हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराए हैं. वहीं कंपनियों ने सांस की बीमारी से बचाव के लिए भी कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं. सर्वे के तहत 96 फीसदी कंपनियों ने कर्मचारियों को काम करने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था भी दी है और 86 फीसदी कंपनियों ने कार्यस्थल को सैनिटाइज करने का काम किया है. इसके अलावा 71 फीसदी कंपनियों ने कर्मचारियों को मास्क आदि सुरक्षात्मक सामान उपलब्ध कराए हैं.