झारखंड के गिरिडीह जिले में झुंड से बिछड़े एक उन्मत्त हाथी ने दो दिनों के भीतर चार लोगों को कुचलकर मार डाला है। पीरटांड़ थाना क्षेत्र के पारसबानी गांव में आज सुबह लगभग पांच बजे घर से बाहर निकली 50 वर्षीया मझनी देवी को सूंढ़ में उठा लिया और पटक-पटक कर मार डाला। इसके पहले शुकवार की रात को डुमरी थाना क्षेत्र के खुदीसार गांव में भी इसी हाथी ने अजय सिंह नामक युवक को कुचल डाला।
ग्रामीणों के अनुसार, अजय सिंह रात में टॉर्च लेकर किसी काम से घर से बाहर निकला था कि हाथी अचानक आ धमका। अजय सिंह ने भागने की कोशिश की, लेकिन हाथी ने उसे दौड़ा कर कुचल दिया। उसने मौके पर ही दम तोड़ दिया। इसके पहले गुरुवार की रात भी इसी हाथी ने गिरिडीह जिले के सरिया थाना क्षेत्र अंतर्गत अंबाडीह गांव हाथियों ने दो ग्रामीणों को कुचलकर मार डाला था। उन्मत्त हाथी को भगाने या नियंत्रित करने के लिए वन विभाग की ओर से अब तक कोई कारगर कदम नहीं उठाये जाने से ग्रामीणों में भारी गुस्सा है।
ग्रामीणों के अनुसार, यह उन्मत्त हाथी पीरटांड जंगल में अपने झुंड से बिछड़कर आबादी वाले इलाके में घुस आया है। वह जिधर से गुजर रहा है, लोग घरों में कैद हो जा रहे हैं। ग्रामीण मशाल जलाकर हाथी को भगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उसे नियंत्रित नहीं किया जा सकता है। गिरिडीह जिले के पीरटांड, सरिया और डुमरी के दर्जनों गांवों में उन्मत्त हाथी के चलते दहशत का माहौल है।
पूरे झारखंड की बात करें तो बीते आठ दिनों में हाथियों के हमले में कुल नौ लोग मारे गये हैं। हजारीबाग जिले के सदर और कटकमदाग थाना क्षेत्र में बीते हफ्ते हाथियों ने चार लोगों की जान ले ली थी। हजारीबाग के वन क्षेत्र पदाधिकारी आरएन मिश्र ने कहा कि रिहाईश वाले इलाकों में हाथियों का प्रवेश रोकने के लिए वन विभाग की ओर से गश्ती दल लगाये गये हैं। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि आबादी वाले इलाके में अगर हाथी घुस आयें तो उन्हें मत छेड़ें।
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Source : IANS