कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सीपी जोशी के बयान को लेकर सियासत तेज़ हो गई है. जोशी का एक विवादित वीडियो सामने आया था जिसमें उन्होंने बीजेपी नेता उमा भारती, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और साध्वी ऋतंभरा की जाति पर सवाल उठाये थे. इस विवादित टिपण्णी पर बीजेपी की ओर से शिकायत किये जाने के बाद चुनाव आयोग ने सीपी जोशी को नोटिस जारी किया है. सीपी जोशी को राजसमंद जिले के रिटर्निंग ऑफिसर ने नोटिस दिया. राजस्थान में विधानसभा को लेकर राजनीतिक पार्टियां जमकर प्रचार में जुटी हुईं है.इस दौरान नेता विपक्ष पर जमकर निशाना साध रहे है. विधानसभा चुनाव के बीच नेताओं की जुबानी जंग तेज़ हो गई है.
राजस्थान की भारतीय जनता पार्टी इकाई ने सीपी जोशी के खिलाफ राजस्थान में जनसभा को संबोधित करने के दौरान जाति संबंधी टिप्पणी करने के लिए शुक्रवार को लिखित शिकायत दर्ज करवाई थी।राज्य मुख्य निर्वाचन अधिकारी आनंद कुमार के मुताबिक, जोशी को जवाब देने के लिए दो दिन का समय दिया है. जोशी 7 दिसंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए राजसमंद जिले के नाथद्वार से चुनाव लड़ रहे हैं.
कुछ दिन पहले सीपी जोशी का एक वीडियो सामने आया जिसमें वह यह कहते नजर आ रहे हैं कि केवल पंडित और ब्राह्मण हिंदू धर्म के बारे में जानते हैं और इस बारे में बात करने के लिए पर्याप्त सीखते हैं. जोशी वीडियो में यह कहते हुए सुने जा रहे हैं, 'क्या किसी को पता है उमा भारती की जाति क्या है? साध्वी ऋतंभरा की जाति क्या है? इस देश में अगर कोई धर्म के बारे में जानता है तो वह पंडित और ब्राह्मण है.'
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कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के इस विवादित टिपण्णी के बाद कांग्रेस भी बैकफुट पर नज़र आई. राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा था कि सीपी जोशी का बयान कांग्रेस के मूल्यों के खिलाफ है. सीपी जोशी ने अपने विवादित बयान पर माफ़ी भी मांगी. बीजेपी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता की माफ़ी को खारिज करते हुए कहा कि राहुल गांधी को जिम्मेदारी लेनी चाहिए और अफसोस व्यक्त करना चाहिए.
Source : News Nation Bureau