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मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत
चुनाव आयोग ने आज (शनिवार) पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया. हालांकि चुनाव आयोग यह कॉन्फ्रेंस पहले 12 बजे करने वाला था लेकिन बाद में समय बदलकर 3 बजे आयोग ने तारीखों की घोषणा की. वहीं कांग्रेस ने चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय में बदलाव को लेकर चुनाव आयोग की स्वतंत्रता पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह राजस्थान के अजमेर में चुनाव रैली को संबोधित करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सहायता पहुंचाने के लिए किया गया है.
इस पर जवाब देते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने कहा कि राजनेता हर चीज में राजनीति देखते हैं. हमें इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है. उन्होंने आखिरी समय में कॉन्फ्रेंस की टाइमिंग में बदलाव को लेकर माफी भी मांगी और बदलाव के पीछे का मुख्य कारण भी बताया.
मुख्य चुनाव आयुक्त ओपी रावत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के समय को बदलने के 3 कारण देते हुए कहा-
1. तेलंगाना रोल्स के प्रकाशन के लिए टाइमलाइन का आखिरी मिनट में निर्धारण हुआ.
2- हाई कोर्ट का लंबित निर्देश कि तेलंगाना रोल्स को सबसे पहले उन्हें दिखाया जाना चाहिए.
3- एक राज्य द्वारा उपचुनावों के लिए देरी का अनुरोध.
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इससे पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, 'तीन तथ्य से खुद ही निष्कर्ष निकालिए. चुनाव आयोग ने पांच राज्यों में होने वाले चुनाव की घोषणा के लिए समय शनिवार को अपराह्न् 12.30 बजे रखा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजस्थान के अजमेर में एक रैली अपराह्न् 1 बजे संबोधित करने वाले थे. चुनाव आयोग ने अचानक अपने संवाददाता सम्मेलन के समय में बदलाव करके इसे 3 बजे अपराह्न् कर दिया. चुनाव आयोग स्वतंत्र है?'
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बता दें कि आयोग ने आज 5 राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है. इसके अनुसार राजस्थान और तेलंगाना में 7 दिसंबर को, मध्यप्रदेश और मिजोरम में 28 नवंबर को और छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 12 और 20 नवंबर को मतदान होंगे. सभी राज्यों के मतों की गिनती 11 दिसंबर को की जाएगी.
Source : News Nation Bureau