logo-image

आरे कॉलोनी में ही बनेगा मेट्रो कारशेड, शिंदे सरकार ने हटाई रोक

आरे कॉलोनी में मेट्रो कारशेड बनाने को लेकर उद्धव सरकार द्वारा लगाया गया स्टे एकनाथ शिंदे सरकार ने खत्म कर दिया जिसके बाद कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दे दी.

Updated on: 24 Jul 2022, 08:35 PM

highlights

  •  आरे कार शेड परियोजना अगले 6-8 महीने में पूरी हो जाएगी.
  • मुंबई मेट्रो लाइन का 3 कोलाबा से सीपज तक एक साल के अंदर काम पूरा होगा.
  • आरे क्षेत्र में लगभग 800 एकड़ भूमि को वन भूमि घोषित किया था.

 

मुंबई::

मुंबई के आरे कॉलोनी में मेट्रो कारशेड बनाने को लेकर उद्धव सरकार द्वारा लगाया गया स्टे एकनाथ शिंदे सरकार ने खत्म कर दिया जिसके बाद कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ उग्र प्रदर्शन की चेतावनी दे दी. बता दें मेट्रो के कारशेड को शिंदे सरकार ने शुरू करने के लिए हरी झंडी दे दी, जिसके बाद सरकार के खिलाफ कांग्रेस आक्रामक हो गई. वहीं मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप ने चेतावनी दी कि अगर वहां काम शुरू किया गया तो बीजेपी के खिलाफ प्रदर्शन होगा. मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष ने इसको लेकर कहा,  बीजेपी ने सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है. बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने कहा कि आरे कॉलोनी में मेट्रो कार शेड बनाने के सरकार के फैसले का स्वागत किया जाना चाहिए. नयी सरकार के बीच जिस तरीके से फैसले लिए जा रहे है और खासकर आरे में मेट्रोकारशेड शुरु करने की फिर से हरी झंडी मिलने के बाद बीजेपी शिवसेना और कांग्रेस में बीच आरे पर संग्राम तेज होगा.

किरीट सोमैया ने कहा कि अब आरे कार शेड परियोजना अगले 6-8 महीने में पूरी हो जाएगी और मुंबई मेट्रो लाइन 3 कोलाबा से सीपज तक एक साल के भीतर जनता के लिए उपलब्ध हो जाएगी. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि शिंदे और फडणवीस के नेतृत्व में सभी मेट्रो लाइनों का काम जल्द से ही पूरा कर लिया जाएगा. आरे कार शेड प्रोजेक्ट फडणवीस और उद्धव के बीच तरह का राजनीतिक मुद्दा बन गया था. उद्धव ठाकरे सरकार ने मेट्रो 3 कार शेड परियोजना को कांजुरमार्ग में स्थानांतरित करने की घोषणा की थी और आरे क्षेत्र में लगभग 800 एकड़ू भूमि को वन भूमि घोषित किया था.

ये भी पढ़ें-सोनिया गांधी की ED के सामने कल पेशी, कांग्रेस पूरे देश में करेगी प्रदर्शन

उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने की थी टिप्पणी 

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने टिप्पणी की थी आरे में कार शेड का विरोध राजनीतिक था और इसमें निहित स्वार्थ शामिल थे.मिली जानकारी के मुताबिक, 2019 में महाराष्ट्र की गद्दी पर बैठने के बाद तत्कालीन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मेट्रो कार शेड के निर्माण पर रोक लगा दी थी.