नई दिल्ली:
लखनऊ और दिल्ली में दिखा ईद का चांद, भारत में 5 जून को ईद-उल-फितर. मून साइटिंग कमीटी चंद्रमा-दर्शन करने वाली समिति (Moon Sighting Committee) ने अबूधाबी के न्यायिक विभाग में शव्वाल का पहला दिन 5 जून को बताया है. आपको बता दें कि, शव्वाल के पहले दिन ही दुनियाभर में मीठी ईद (Eid Ul Fitr) मनाई जाती है. भारत के अलावा पाकिस्तान, इंडोनेशिया, ऑस्ट्रेलिया और एशिया के बाकी हिस्सों में ईद 5 जून (Eid Date) को ही मनाई जाएगी.
दिल्ली समेत देश भर में ईद उल फित्र का त्यौहार बुधवार यानी पांच जून को मनाया जाएगा. मंगलवार को कोलकाता, बनारस और असम समेत विभिन्न हिस्सों में ईद का चांद देखा गया. इसी के साथ रमजान का मुकद्दस महीना खत्म हो गया. दिल्ली की फतेहपुरी मस्जिद के शाही इमाम मुफ्ती मुकर्रम अहमद ने भाषा को बताया कि देश भर में बुधवार को ईद का त्यौहार मनाया जाएगा.
उन्होंने बताया कि कोलकाता, बिहार में पटना समेत कई इलाकों, उत्तर प्रदेश के संभल और असम के अलावा कई जगहों से चांद के दीदार होने की पुष्टि हुई है. वहीं जामा मस्जिद के शाही इमाम सैयद अहमद बुखारी ने भी बुधवार को ईद का त्यौहार मनाने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि देश के कई हिस्सों से चांद दिखने की तस्दीक हुई है जिसके बाद कल ईद मनाने का ऐलान कर दिया गया. गौरतलब है कि ईद का त्यौहार रमज़ान के रोज़े रखने के बाद मनाया जाता है. इस बार रमजान का महीना सात मई से शुरू होकर चार जून को खत्म हो गया. इस बार 29 रोजे रखे गए.
जानिए क्यों मनाते हैं ईद-उल-फितर
ईद-उल-फितर मनाने के पीछे ये मान्यता है कि आज के दिन ही इस्लाम धर्म के पैगम्बर हजरत मुहम्मद ने बद्र के युद्ध में जीत हासिल की थी, इसी खुशी में ईद उल-फितर (Eid Ul Fitr) का त्योहार मनाया जाता है. माना जाता है कि पहली बार ईद उल-फितर 624 ईस्वी में मनाई गई थी. इस्लाम धर्म के लोग अपने घरों में ईद के दिन मीठे पकवान बनवाते हैं. इस दिन अपने से छोटों को ईदी दी जाती है जिसमें कोई तोहफा या फिर जरूरतमंदों को उनकी जरूरत के मुताबिक दान दिया जाता है. ईदी दान देकर लोग अल्लाह को याद करते है. ईदी को इस्लाम में फितरा कहते हैं. इसीलिए भी इस ईद को ईद उल-फितर (Eid Ul Fitr) कहा जाता है. ईद के दिन सभी लोग आपस में गले मिलकर अल्लाह से सुख-शांति और बरक्कत के लिए दुआएं मांगते हैं. ईद-उल-फितर दुनिया के प्रमुख त्योहारों में से एक है.