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मप्र में कुपोषण मिटाने के लिए रहेगा अंडे का विकल्प : मंत्री

मध्य प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने एक बार फि र दोहराया है कि उनके विभाग का लक्ष्य बच्चों को कुपोषित होने से बचाना है. इसके लिए आंगनवाड़ी केंद्रों से अंडा और फ ल बांटे जाएंगे. अंडे का विकल्प रहेगा.

Updated on: 06 Sep 2020, 05:06 PM

भोपाल:

मध्य प्रदेश की महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी ने एक बार फि र दोहराया है कि उनके विभाग का लक्ष्य बच्चों को कुपोषित होने से बचाना है. इसके लिए आंगनवाड़ी केंद्रों से अंडा और फ ल बांटे जाएंगे. अंडे का विकल्प रहेगा. पिछले दिनों आंगनवाड़ी केंद्रों में अंडा बांटे जाने की बात कहे जाने के बाद से महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी विवादों में है. वे रविवार को भाजपा दफ्तर में आयोजित बैठक में हिस्सा लेने पहुंची.

इस मौके पर उनसे आंगनवाड़ी केंद्रों में बच्चों को अंडा बांटे जाने की योजना पर सवाल किया तो उन्होंने कहा कि उनका विभाग बच्चों से कुपोषण को खत्म करने प्के लिए प्रतिबद्घ है. अंडे बांटे जाएंगे. यह सभी के लिए नहीं होगे, बल्कि अनुसूचित जाति और जनजाति के वर्ग में अंडे का सेवन किया जाता है, इसलिए इस वर्ग के बच्चों को अंडे बांटे जाएंगे.

उन्होंने आगे कहा कि जो बच्चा अंडा लेगा उसे अंडा दिया जाएगा और बाकी बच्चों केा फ ल में सेवफ ल व केला आदि दिया जाएगा. सबसे ज्यादा कुपोषण अनुसूचित जाति और जनजाति के बच्चों में हेाता है. इसलिए इन बच्चों को अंडा दिया जाएगा.

अभी तक मध्यप्रदेश में आंगनबाड़ी केंद्रों में अंडा नहीं दिया जाता था. पिछली कमल नाथ सरकार में भी इसकी बात उठी थी लेकिन उस समय भाजपा ने इसका विरोध किया था.