दिल्ली में तीन दौर की पूछताछ के बाद ED (प्रवर्तन निदेशालय) की टीम आज बीकानेर वाले केस में रॉबर्ट वाड्रा से जयपुर में पूछताछ करेगी. इसके लिए वाड्रा को सुबह 10:30 बजे बुलाया गया है. वाड्रा सोमवार दोपहर में ही 1.20 बजे अपनी मां मौरीन के साथ जयपुर पहुंच गए थे. उसके बाद लखनऊ में रोडशो करने गई प्रियंका वाड्रा भी जयपुर पहुंच गई हैं.
माना जा रहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा खुद अपने पति रॉबर्ट वाड्रा को ईडी के ऑफिस छोड़ने जाएंगी.
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देर रात तक होटल राजमहल पैलेस में ठहरे वाड्रा अपनी वकीलों की टीम से बातचीत में व्यस्त रहे. वाड्रा की कंपनी skylight hospitality ने बीकानेर में महाजन फील्ड फायरिंग रेंज के विस्थापितों की 360 हेक्टेयर लैंड डील का कन्वर्शन रद्द कर इसको फर्जी तरीके से खरीदा गया था. डील के बाद वाड्रा की कंपनी के खिलाफ 2015 में केस दर्ज हुआ था. फिलहाल करीब 55 सवालों की सूची ED के ऑफिसर्स ने तैयार कर रखी है.
21 january 2019 को राजस्थान हाइकोर्ट ने पूछताछ से पहले रॉबर्ट वाड्रा की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी थी. कांग्रेस के पिछले कार्यकाल में इस जमीन की खरीद हुई थी और वसुंधरा सरकार के समय वाड्रा के खिलाफ केस दर्ज हुआ था. जिस समय इस जमीन का सौदा हुआ था तब भी राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत थे और जब आज वाड्रा से पूछताछ होगी तब भी गहलोत ही राजस्थान के मुख्यमंत्री हैं.
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क्या है पूरा मामला
प्रर्वतन निदेशालय के सूत्रों के अनुसार, बीकानेर के महाजन फील्ड फायरिग रेंज में नियम के खिलाफ आवंटित 275 बीघा जमीन वाड्रा की कंपनी स्काईलाट हॉस्पिटलिटी ने खरीदी थी. जमीन महाजन फील्ड़ फायरिग रेंज के विस्थापितों के नाम से फर्जी आवंटन से जुड़ी है. यहां जिन लोगों के नाम पर जमीनों का आवंटन हुआ था, वे असल में थे ही नहीं. कुछ लोगों ने क्षेत्र के तत्कालीन तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पटवारी सहित अन्य सरकारी कर्मचारियों से मिलकर जमीन को 2006-07 में अपने नाम कराकर बेचना शुरू किया.
फोटो - एक तरफ रॉबर्ट वाड्रा से पूछताछ होने वाली है, वहीं दूसरी तरफ जयपुर में ईडी आफिस के पास ही इसी तरह के पोस्टर लगाए गए हैं.
इसी दौरान वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट ने पहले 150 बीघा और फिर 125 बीघा जमीन खरीदी. मामले का खुलासा 2010 में हुआ लेकिन मामला वाड्रा से जुड़ा होने के कारण तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया. 2014 में इस मामले में पुलिस ने केस दर्ज किया. इनमें चार केस वाड्रा की कंपनी से जुड़े हुए हैं. फर्जी आवंटन से जुड़े 16 केस गजनेर और दो केस कोलायत पुलिस थाने में वर्ष 2014 में दर्ज हुए थे. ईडी को मिली जानकारी में सामने आया कि स्काइलाईट हॉस्पिटैलिटी ने 69.55 हेक्टेयर की जमीन को 72 लाख रुपये में खरीदा और फिर तीन साल बाद उसे 5.15 करोड़ रुपये में बेच दिया. इस तरह से कंपनी को 4.43 करोड़ रुपये का भारी मुनाफा हुआ.
दिल्ली में हो चुकी है तीन दौर की पूछताछ
प्रवर्तन निदेशालय की टीम ने रॉबर्ट वाड्रा से दिल्ली में तीन दौर की पूछताछ की है. पहले दौर में 5 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ हुई थी और दूसरे दौर की पूछताछ 10 घंटे तक चली थी. तीसरे दौर में भी करीब छह घंटे पूछताछ हुई थी. पहले दौर की पूछताछ में वाड्रा से करीब 36 सवाल पूछे गए जिसका संतुष्टिपूर्ण जवाब नहीं मिला था.
Source : News Nation Bureau