प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पंजाब नेशनल बैंक के मैनैजिंग डायरेक्टर और सीईओ सुनील मेहता को 11,000 से भी अधिक को फर्जीवाड़े से संबंधित पूछताछ के लिये समन किया।
ईडी ने सोमवार को पीएनबी के एकेजेक्यूटिव डायरेक्टर केवी ब्रह्माजी राव को पूछताछ के लिये बुलाया था। इसमें पूछा और समझने की कोशिश की गई कि किस तरह से ये फर्जीवाड़ा हुआ।
अधिकारियोंने कहा कि मेहता से इसी तरह के सवाल किये जाएंगे जब वो ईडी के अधिकारियों से मुलाकात करेंगे। उनका कहना था कि इन दोनों अधिकारियों को आरोपी के तौर पर नहीं बुलाया गया है।
इससे पहले सीबीआई ने दोनों वरिष्ठ अधिकारियों से पूछताछ की थी।
हालांकि इस घोटाले के प्रमुख आरोपी नीरव मोदी, उसकी पत्नी अमी और उसके चाचा मेहुल चोकसी को ईडी के सामने पेश होना था लेकिन तीनों पेश नहीं हुए।
हालांकि ये साफ नहीं है कि इन दोनों को पेश होने के लिये नई तारीखें दी जाएंगी।
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इससे पहले सोमवार को मुंबई की एक अदालत ने मनी लॉन्ड्रिंग रोधक कानून के तहत प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को 11 हजार 400 करोड़ से ज्यादा के घोटाले में आरोपी नीरव मोदी की संपत्ति की जानकारी और उसे सीज करने के लिए 6 देशों को अनुरोध पत्र (एलआर) भेजने की इजाजात दे दी है।
ईडी ने कोर्ट से पीएनबी घोटाले को लेकर (एलआर) जारी करने की मांग की थी। यह इजाजत जांच एजेंसी ने दूसरे देशों में अलग-अलग एजेंसियों के जरिए नीरव मोदी की संपत्ति की पूरी जानकारी पाने के लिए मांगी थी।
जिन 6 देशों के लिए एलआर की मंजूरी मिली है उसमें हांगकांग, अमेरिका, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, साउथ अफ्रीका शामिल है। इन देशों में नीरव मोदी की संपत्ति होने का भी दावा किया जा रहा है जिसकी जांच की जाएगी।
हीरा कारोबारी नीरव मोदी ने फर्जी तरीके से एलओयू जारी कर गलत तरीके से पंजाब नेशनल बैंक से अरबों का लोन लिया और उसे नहीं चुकाया। मामले की जांच कर रही ईडी के मुताबिक नीरव मोदी ने धोखाधड़ी और साजिश के जरिए 6498 की कमाई आपराधिक कमाई की है।
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Source : News Nation Bureau