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हैदराबाद : TDP सांसद के घर और कार्यालयों पर ईडी पर छापेमारी

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने शनिवार को कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में पूर्व केंद्रीय मंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सांसद वाईएस चौधरी के आवासों और कार्यालयों पर छापे मारे.

Updated on: 24 Nov 2018, 08:41 PM

नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने शनिवार को कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में पूर्व केंद्रीय मंत्री और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के सांसद वाईएस चौधरी के आवासों और कार्यालयों पर छापे मारे. छापा मारने की कार्रवाई शुक्रवार देर रात शुरू की गई और शनिवार को भी जारी है. अधिकारियों ने चौधरी के स्वामित्व वाले सुजाना समूह के कार्यालयों में कंप्यूटर, लैपटॉप और रिकार्ड की जांच की.

अधिकारियों ने इसके साथ ही स्प्लेंडिड मेटल प्रोडक्ट्स लिमिटेड व सुजाना यूनिवर्सल इंडस्ट्रीज और चौधरी के मुख्यालय और आवास पर भी छापे मारे. ये छापे सीबीआई के पूर्व निदेशक विजय रामा राव के बेटे श्रीनिवास कल्याण राव की स्वामित्व वाली कंपनी बेस्ट एंड क्रोम्पटन इंजीनियरिंग प्रोजेक्ट लिमिटेड के विरुद्ध केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा दर्ज मामलों के संबंध में मारे गए हैं. एजेंसी ने इस संबंध में एक महीने में दूसरी बार छापा मारा है.

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कल्याण राव पर राष्ट्रीयकृत बैंकों से 304 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने और फर्जी कंपनियों में राशि डायवर्ट करने का आरोप है. ईडी ने इस आरोप पर जांच शुरू की है कि इन फर्जी कंपनियों का चौधरी की स्वामित्व वाली कंपनियों से संबंध है. एजेंसी के अधिकारियों ने बीते माह चौधरी के आवास पर भी छापे मारे थे.

राज्यसभा सांसद चौधरी, तेदेपा अध्यक्ष और आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के करीबी सहयोगी हैं. तेदेपा द्वारा मार्च में बीजेपी नीत एनडीए से समर्थन वापस लेने से पहले, चौधरी नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल में विज्ञान व प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री थे.

आंध्रप्रदेश सरकार ने कुछ दिन पहले सीबीआई को राज्य में दिए उस 'आम सहमति' को वापस ले लिया था, जिसके अंतर्गत एजेंसी राज्य में कार्रवाई कर सकती थी. सीबीआई को अब राज्य में छापा मारने के लिए आंध्रप्रदेश सरकार की इजाजत लेनी पड़ेगी.