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महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के घर ED का छापा, मनी लांड्रिंग का है केस

इस साल मार्च में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को चिट्ठी लिखकर अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे.

Updated on: 25 Jun 2021, 12:11 PM

highlights

  • नागपुर में सुबह-सुबह प्रवर्तन निदेशालय ने मारी रेड
  • अभी यह नहीं पता कि छापे में ईडी को क्या-क्या मिला
  • इसके पहले डीसीपी राजू भुजबल से हुई पूछताछ

नागपुर:

महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख (Anil Deshmukh) की पद छोड़ने के बाद भी मुश्किलें कम होती नजर नहीं आ रही हैं. मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह के उगाही के आरोपों भरे पत्र के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने उनके नागपुर स्थित घर पर शुक्रवार सुबह छापेमारी की. ईडी ने ही देशमुख के खिलाफ इस साल मई में मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज किया था. गौरतलब है कि इस साल मार्च में मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) को चिट्ठी लिखकर अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. यही नहीं, इस विवाद के बाद परमबीर सिंह को मुंबई के पुलिस आयुक्त पद से हटाकर राज्य होम गार्ड्स का महानिदेशक बना दिया गया था.

पहले भी चार परिसरों पर हो चुकी है छापेमारी
हालांकि फिलहाल यह जानकारी नहीं मिल सकी है कि प्रवर्तन निदेशालय को इस छापेमारी में क्या-क्या मिला. हालांकि माना जा रहा है कि देशमुख से इस मामले में पूछताछ की जा सकती है. इससे पहले ईडी ने गुरुवार को डीसीपी राजू भुजबल का बयान दर्ज किया था. इससे पहले अप्रैल में सीबीआई ने मामले के सिलसिले में देशमुख के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर उनके चार परिसरों पर छापेमारी की थी. देशमुख के घर छापेमारी से पहले ईडी की टीम शिवाजी नगर स्थित सागर भटेवार के आवास और दफ्तर समेत कम से कम तीन जगहों पर छापेमारी कर चुकी है. समझा जाता है कि भटेवार का देशमुख के साथ कुछ वित्तीय लेन-देन था. 

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परमबीर सिंह ने लगाया था 100 करोड़ की उगाही का आरोप
गौरतलब है कि मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने आरोप लगाया था कि राकांपा नेता देशमुख ने कुछ पुलिस अधिकारियों को मुंबई के बार व रेस्तरां से 100 करोड़ रुपये प्रत्येक माह इकट्ठा करने का लक्ष्य दिया था. दूसरी ओर, देशमुख ने अपने खिलाफ लगे आरोपों से इनकार किया और पांच अप्रैल को तब इस्तीफा दे दिया था जब बॉम्बे हाईकोर्ट ने सीबीआई को भ्रष्टाचार के आरोपों में उनके खिलाफ शुरुआती जांच करने का निर्देश दिया था. सीबीआई के बाद ईडी ने देशमुख के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इधर परमबीर सिंह पर भी विभागीय जांच का मामला शुरू हो गया है.