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ईडी ने कैश फॉर वोट घोटाले में सांसद रेड्डी समेत 6 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की

प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा कि उसने हैदराबाद की एक विशेष अदालत में छह लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है.

Updated on: 27 May 2021, 06:46 PM

नई दिल्ली:

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मलकाजगिरी संसदीय क्षेत्र से सांसद अनुमुला रेवंत रेड्डी, सथुपल्ली विधानसभा क्षेत्र से तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) विधायक सैंड्रा वेंकट वीरैया, बिशप हैरी सेबेस्टियन, रुद्र शिवकुमार उदय सिम्हा, मथैया जेरूसलम और वेम कृष्ण कीर्तन के खिलाफ कैश फॉर वोट यानी वोट के बदले नोट घोटाले में आरोपपत्र दायर किया है. प्रवर्तन निदेशालय के एक अधिकारी ने कहा कि उसने हैदराबाद की एक विशेष अदालत में छह लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दायर किया है. ईडी ने रेड्डी और अन्य के खिलाफ तेलंगाना भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) द्वारा दर्ज प्राथमिकी के आधार पर मामला दर्ज किया.

अधिकारी ने कहा कि एसीबी ने एक जाल बिछाया था. तेलंगाना विधानसभा में एंग्लो इंडियन समुदाय का प्रतिनिधित्व करने वाले एक मनोनीत विधायक एल्विस स्टीफेंसन को 50 लाख रुपये नकद में रिश्वत का भुगतान किया जा रहा था, ताकि उन्हें या तो मतदान से दूर रहने या तेदेपा उम्मीदवार के पक्ष में वोट कराने का लालच दिया जा सके. यह तेदेपा उम्मीदवार वेम नरेंद्र रेड्डी के पक्ष में 1 जून, 2015 को निर्धारित एमएलसी (विधान परिषद का सदस्य) चुनाव में माहौल बनाने के लिए दी जा रही कथित रिश्वत थी.

एसीबी ने ट्रैप प्रोसीडिंग के दौरान पकड़े गए आरोपी को गिरफ्तार किया था और जांच के बाद चार्जशीट दाखिल की. अधिकारी ने कहा कि ईडी ने रेड्डी, हैरी सेबेस्टियन, रुद्र उदय सिम्हा सहित आरोपियों के बयान दर्ज किए थे, जो स्टीफेंसन को 50 लाख रुपये की रिश्वत की राशि सौंपने में शामिल थे. उन्होंने कहा, उनका सामना उपलब्ध ऑडियो-विजुअल रिकॉर्डिंग से भी हुआ है.

अधिकारी ने कहा कि ईडी की जांच ने स्थापित किया कि रेड्डी, सैंड्रा और अन्य ने एमएलसी चुनाव में तेलुगु देशम पार्टी द्वारा प्रस्तावित उम्मीदवार नरेंद्र रेड्डी के पक्ष में अपना वोटिंग कराने के लिए स्टीफेंसन को रिश्वत देने की साजिश रची थी. वित्तीय जांच एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि आरोपी ने स्टीफेंसन से संपर्क किया था और उसे 5 करोड़ रुपये की रिश्वत की पेशकश की थी.

उन्होंने कहा कि स्टीफेंसन ने एसीबी पुलिस को शिकायत की और एक जाल बिछाया गया और आरोपियों के साथ उसकी मुलाकात को गुप्त रूप से ऑडियो-वीडियो रिकॉर्ड किया गया. अधिकारी ने दावा किया कि आरोपी व्यक्ति 30 मई 2015 को शिकायतकर्ता से उसके घर पर मिले और रिश्वत की पेशकश की.

एक दिन बाद रेड्डी, सेबेस्टियन और रुद्र उदय सिम्हा स्टीफेंसन के एक दोस्त मैल्कम टेलर के घर 50 लाख रुपये की अग्रिम रिश्वत राशि नकद में देने आए और वह इसी दौरान एसीबी पुलिस के बिछाए हुए जाल में फंस गए. उन्हें हिरासत में ले लिया गया और नकदी जब्त कर ली गई.

अधिकारी ने कहा कि चुनाव में अपने पिता की मदद करने के लिए वेम नरेंद्र रेड्डी के बेटे वेम कृष्ण कीर्तन ने आरोपी को नकदी सौंपी थी. ईडी ने इससे पहले मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के प्रावधानों के तहत तेलंगाना एसीबी द्वारा जब्त की गई 50 लाख रुपये की रिश्वत राशि को कुर्क किया था.