ED ने लश्कर-ए-तैयबा आतंकी के पास से ज़ब्त किया विदेशी मुद्रा, भारत में आंतकी साज़िश रचने में खर्च होता पैसा

प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि यह पैसा भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में किया जाने वाला था।

प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि यह पैसा भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में किया जाने वाला था।

author-image
Deepak K
एडिट
New Update
ED ने लश्कर-ए-तैयबा आतंकी के पास से ज़ब्त किया विदेशी मुद्रा, भारत में आंतकी साज़िश रचने में खर्च होता पैसा

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने प्रतिबंधित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े एक आतंकी के पास से काफी मात्रा में विदेशी मुद्रा जब्त किया है।

Advertisment

बताया जा रहा है कि मोहम्मद उमर मदनी नाम का यह आतंकी लश्कर-ए-तैयबा के लिए काम करता है। शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय ने इसके पास से 8,000 अमेरिकी डॉलर और 4,000 नेपाली मुद्रा जब्त किया है।

प्रवर्तन निदेशालय का कहना है कि यह पैसा भारत में आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने में किया जाने वाला था।

बता दें कि इससे पहले दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आईपीसी की सेक्शन 489 (सी)/ 120-B और सेक्शन 17, 18, 20 और ग़ैर क़ानूनी गतिविधि कानून 23 के तहत मामला दर्ज़ किया था।

जिसके बाद प्रवर्तन निदेशालय ने अर्थशोधन निवारण अधिनियम, 2002 (प्रिवेंशन ऑफ़ मनी लांडरिंग एक्ट, 2002) के तहत आरोपी के ख़िलाफ़ दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज़ एफआईआर को आधार बनाते हुए मामला दर्ज़ किया था।

मदनी कथित रूप से लश्कर-ए-तैयबा के लिए युवाओं को आतंकवादी गतिविधियों में शामिल होने के लिए प्रेरित करने का काम करता है।

बताया जा रहा है कि मदनी को यह पैसा आतंक फैलाने के लिए नए युवाओं की भर्ती में खर्च करने के लिए दिया गया था।

गौरतलब है कि मदनी को दूसरे लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के साथ भारत में आंतकी गतिविधियों की साज़िश रचने में लिप्त पाया गया था। इस मामले में दिल्ली की तीस हज़ारी कोर्ट ने उसे 5 साल जेल की सज़ा सुनाई थी।

फिलहाल प्रवर्तन निदेशालय ने अर्थशोधन निवारण अधिनियम, 2002 के सेक्शन 5(1) के तहत विदेशी मुद्रा जब्त किया है।

Source : News Nation Bureau

Terrorism foreign currency Lashkar Lashkar E Taiba ed
Advertisment