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प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार सुबह कोटक महिंद्रा बैंक के प्रबंधक आशीष कुमार को हवाला कारोबारी पारसमल लोढ़ा और दिल्ली के वकील रोहित टंडन के साथ उसके कथित संपर्क को लेकर गिरफ्तार कर लिया।
जिसके बाद आशीष को साकेत कोर्ट में पेश किया गया। जहां अदालत ने उन्हें पांच दिनों की ईडी की हिरासत में भेज दिया है। ईडी के सूत्रों ने बताया कि शाखा प्रबंधक आशीष कुमार को कथित तौर पर उद्योगपति जे. शेखर रेड्डी और वकील रोहित टंडन के 25 करोड़ रुपये से भी अधिक मूल्य के अमान्य नोट बदलने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
नई दिल्ली स्थित बैंक शाखा में आयकर विभाग ने भी 23 दिसंबर को छापेमारी की थी। रियल एस्टेट और खनन कारोबारी लोढ़ा को मुंबई में हवाईअड्डे से उस समय गिरफ्तार किया गया था, जब वह मलेशिया फरार होने की कोशिश कर रहे थे।
5 day ED remand to Kotak Mahindra Bank manager of KG marg branch by Delhi's Saket Court
— ANI (@ANI_news) December 28, 2016
कोटक महिंद्रा बैंक ने बुधवार को कहा, 'उक्त खातों की जांच के संदर्भ में कोटक महिंद्रा बैंक ने वित्तीय खुफिया इकाई (एफआईयू) को सूचित किया। बैंक ने अपने कर्मचारी आशीष कुमार को पहले ही निलंबित कर दिया है।'
कोटक महिंद्रा बैंक ने अपने बयान में कहा, 'बैंक नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाता है। बैंक के पास सभी बड़े लेन-देन को लेकर एफआईयू को नियमित रिपोर्ट देने की मजबूत प्रणाली है।'
बैंक का कहना है कि उसके पास पैन कार्ड संख्याओं के अलावा सभी जरूरी केवायसी (नो यॉर कस्टमर) दस्तावेज भी ऑन रिकॉर्ड हैं। इस मामले में लेन-देन का पता लगने के बाद कोटक महिंद्रा बैंक ने आगे की जांच के लिए एफआईयू को रिपोर्ट दी थी।
बयान के अनुसार, बैंक ने इन खातों में जमा कराई गई रकम निर्देशानुसार आयकर विभाग को सौंप दी है। कोटक महिंद्रा बैंक के प्रवक्ता रोहित राव ने कहा, 'बैंक के कदम से स्पष्ट है कि बैंक संबंधित प्रशासन के साथ पूरा सहयोग कर रहा है। वह आगे भी ऐसा करता रहेगा।'