पश्चिम बंगाल प्रकरण पर आखिर चुनाव आयोग का क्या कहना है, आप भी जानें

चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर सख्त रुख दिखाते हुए राज्य में चुनाव प्रचार में 19 घंटे की कटौती कर दी थी.

चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर सख्त रुख दिखाते हुए राज्य में चुनाव प्रचार में 19 घंटे की कटौती कर दी थी.

author-image
Ravindra Singh
एडिट
New Update
पश्चिम बंगाल प्रकरण पर आखिर चुनाव आयोग का क्या कहना है, आप भी जानें

File Pic

पश्चिम बंगाल के गृह सचिव को हटाने को लेकर चुनाव आयोग ने कारण स्पष्ट कर दिया है आयोग का कहना है कि गृहसचिव ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी को एक पत्र भी लिखा था, इससे पहले चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में हुई हिंसा पर सख्त रुख दिखाते हुए राज्य में चुनाव प्रचार में 19 घंटे की कटौती कर दी थी. इसके साथ ही एडीजी सीआईडी राजीव कुमार को तत्काल प्रभाव से कार्यमुक्त कर दिया था. इसके साथ राज्य के गृह सचिव को भी कार्यमुक्त कर दिया गया था.

Advertisment

आयोग ने अपने आदेश में कहा था, 'राज्य के गृह सचिव चुनाव आयोग का आदेश मानने की बजाय उसे निर्देश देने की कोशिश कर रहे थे' अत्री भट्टाचार्य ने अपने पत्र में लिखा था कि राज्य में सैन्य पुलिस बलों को किस तरह से तैनात करना चाहिए.

मुख्य निर्वाचन अधिकारी आरिफ आफताब को लिखे गए पत्र में भट्टाचार्य ने लिखा था, 'चुनाव आयोजित कराने के दौरान सीएपीएफ को तैनात करने के संबंध में अच्छी खबरें नहीं हैं. आप 12 मई को सीएपीएफ द्वारा फायरिंग की घटना के बारे में जानते होंगे. इस तरह की पांच घटनाएं हुईं हैं इसके अलावा सीएपीएफ की तरफ से वोट देने के लिए लाइन में लगे मतदाताओं से अभद्र व्यवहार करने और बिना अधिकार क्षेत्र के लाठी चार्ज कने की भी खबरें हैं.'

HIGHLIGHTS

  • बंगाल प्रकरण में चुनाव आयोग का जवाब
  • बंगाल में हिंसा की पांच बड़ी घटनाए हुई
  • सीएपीएफ ने वोटरों से की थी अभद्रता

Source : News Nation Bureau

election commission West Bengal Home Secreatry Bangal Violence ADG CID Rajiv Kumar
Advertisment