आम आदमी पार्टी (आप) के 20 विधायकों की सदस्यता रद्द किये जाने से संबंधित चुनाव आयोग की सिफ़ारिश को लेकर पार्टी के नेता कुमार विश्वास ने मुख्यमंत्री केजरीवाल पर एक बार फिर से निशाना साधा है।
आप नेता कुमार विश्वास ने इस घटना को दुर्भाग्यपूर्ण औऱ दुखद बताते हुए कहा कि मैने पहले भी इस मामले में पार्टी को सुझाव दिया था लेकिन मुझे बताया गया कि नियुक्ति संबंधित अधिकार मुख्यमंत्री के अधिकार क्षेत्र में आता है।
विश्वास ने कहा, '20 विधायकों के खिलाफ़ कार्रवाई की यह घटना काफी दुखद और दुर्भाग्यपूर्ण है। मैने पहले भी सरकार को इस मामले में सुझाव दिया था। लेकिन मुझे ये बताया गया कि इस तरह के निर्णय लेने का अधिकार मुख्यमंत्री का है इसलिए मैं चुप हो गया।'
बता दें कि निर्वाचन आयोग ने शुक्रवार को संसदीय सचिव के रूप में लाभ के पद धारण करने के लिए आप के 20 विधायकों को अयोग्य घोषित किए जाने की सिफारिश की थी।
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आप ने इस निर्णय पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है और इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। जबकि, कांग्रेस व बीजेपी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की है।
कांग्रेस ने जून 2016 में इन विधायकों के खिलाफ शिकायत की थी जिस पर निर्वाचन आयोग ने राष्ट्रपति को अपनी राय दी है।
कांग्रेस के आवेदन में कहा गया था कि जरनैल सिंह (राजौरी गार्डन से विधायक जिन्होंने पंजाब विधानसभा का चुनाव लड़ने के लिए बाद में दिल्ली विधानसभा से इस्तीफा दे दिया था) सहित आम आदमी पार्टी के 21 विधायकों को दिल्ली सरकार के मंत्रियों का संसदीय सचिव नियुक्त किया गया है जो कि संविधान का उल्लंघन है।
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Source : News Nation Bureau