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जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में महसूस हुए भूकंप के झटके

सोमवार को भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग दहशत में आ गए और अपने घरों से बाहर निकल आए.

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Aditi Sharma
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जम्मू-कश्मीर और हिमाचल में महसूस हुए भूकंप के झटके
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जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में सोमवार को भूकंप के झटके महसूस किए गए. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.0 मापी गई है. भूकंप जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश के चंबा क्षेत्र में दोपहर करीब 12 बजकर 10 मिनट पर आया. हालांकि इससे अभी तक किसी भी तरह के नुकसान की कोई खबर नहीं है. सोमवार को भूकंप के झटके महसूस होते ही लोग दहशत में आ गए और अपने घरों से बाहर निकल आए.

बता दें, इससे कुछ दिनों पहले भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. उस दौरान भूकंप की तीव्रता रिएक्टर स्केल पर 4.2 थी. वहीं कुछ समय पहले गुजरात के कच्छ के 4.2 भागों में भी भूकंप के झटके लगे थे. गांधीनगर स्थित इंस्टीट्यूट ऑफ सिस्मोलॉजिकल रिसर्च के एक अधिकारी ने कहा, "भूकंप के समय 2.43 बजे भूकंप का केंद्र कच्छ जिले के उत्तर-पश्चिम में 6 किलोमीटर दूर स्थित था." एक अन्य अधिकारी ने कहा कि अंजार, गांधीधाम, भचाऊ और रापर सहित कई क्षेत्रों में जिले से लगभग 330 किलोमीटर दूर स्थित जिले में भूकंप का अनुभव हुआ. इससे पहले, 8 जुलाई को कच्छ में रिक्टर स्केल पर 4.3 तीव्रता का भूकंप आया था.

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क्या होता है रिक्टर स्केल (Reactor Scale )

भूकंप (Earthquake) के समय भूमि में हुई कंपन को रिक्टर स्केल (Reactor Scale ) या मैग्नीट्यूड कहा जाता है.रिक्टर स्केल (Reactor Scale ) का पूरा नाम रिक्टर परिणाम परीक्षण ( रिक्टर मैग्नीट्यूड टेस्ट स्केल ) है.भूकंप (Earthquake) की तीव्रता रिक्टर स्केल (Reactor Scale ) पर जितनी ज्यादा होती है, भूमि में उतना ही अधिक कंपन होता है.

जैसे-जैसे भूकंप (Earthquake) की तीव्रता बढ़ती है नुकसान भी ज्यादा होता है.जैसे रिक्टर स्केल (Reactor Scale ) पर 8 की तीव्रता वाला भूकंप (Earthquake) ज्यादा नुकसान करेगा.वहीं 3 या 4 की तीव्रता वाला भूकंप (Earthquake) हल्का होगा.

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भूकंप (Earthquake) की तीव्रता और असर

    • 1.9 की तीव्रता वाले भूकंप (Earthquake) का पता सिर्फ सीज्मोग्राफ से ही चलता है.
    • 2 से 2.9 की तीव्रता वाले भूकंप (Earthquake) से सिर्फ हल्की कंपन होती है.
    • 3 से 3.9 की तीव्रता वाले भूकंप (Earthquake) के दैरान ऐसा लगता की कोई ट्रक आपके बगल से गुजरा हो.
    • 4 से 4.9 की तीव्रता वाला भूकंप (Earthquake) खिड़कियां तोड़ सकता हैं.
    • 5 से 5.9 की तीव्रता पर घर का सामान हिल सकता है.
    • 6 से 6.9 की तीव्रता वाले भूकंप (Earthquake) से इमारतों की नींव में दरार आ सकती है.
    • 7 से 7.9 की तीव्रता वाला भूकंप (Earthquake) इमारतों को गिरा सकता है.
    • 8 से 8.9 की तीव्रता वाला भूकंप (Earthquake) आने पर बड़े पुल भी गिर सकते हैं.
    • 9 से ज्यादा की तीव्रता वाले भूकंप (Earthquake) पूरी तरह से तबाही मचा सकते हैं.अगर समंदर नजदीक हो तो सुनामी भी आ सकती है.

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