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फर्जी कैंप में कोरोना वैक्सीन लेने वाली TMC सांसद मिमी चक्रवर्ती की तबियत बिगड़ी

मिमी चक्रवर्ती पेट में तेज दर्द और अत्याधिक पसीना बहने समेत स्वास्थय से जुड़ी कुछ परेशानियों से जूझ रही हैं.

Updated on: 26 Jun 2021, 02:34 PM

highlights

  • चार दिन पहले कस्बा इलाके में लगवाई थी मिमी ने कोरोना वैक्सीन
  • धांधली का शक होने पर की पुलिस शिकायत, सामने आया फर्जीवाड़ा
  • आईएएस अधिकारी बता कर एक शख्स ने लगवाया था वैक्सीन कैंप

कोलकाता:

कोरोना संक्रमण (Corona Epidemic) काल को आपदा में अवसर मानकर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में लगाए गए 'फर्जी' टीकाकरण कैंप की शिकार हुईं तृणमूल कांग्रेस सासंद मिमी चक्रवर्ती (Mimi Chakraborty) की तबीयत शनिवार को बिगड़ गई. उन्होंने चार दिन पहले शहर के कस्बा इलाके में आयोजित एक कोरोना वैक्सीन कैंप में वैक्सीन (Vaccination) लगवाई थी. हालांकि टीका लगवाने के बाद ही उन्हें धांधली का शक हुआ और उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई. मामले की जांच शुरू हुई और यह एक बड़े वैक्सीन घोटाले के रूप में सामने आया. फिलहाल घर पर उनका इलाज जारी है. बताते हैं कि मिमी ने अस्पताल के बजाय घर पर इलाज को तरजीह दी है.

शनिवार सुबह से पेट में दर्द और अधिक पसीने की शिकायत
हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट के मुताबिक, टीएमसी सांसद मिमी चक्रवर्ती वैक्सीन लेने के बाद बीमार हो गई हैं. शनिवार सुबह ही डॉक्टर उनके घर पहुंचे थे. बताया जा रहा है कि पेट में तेज दर्द और अत्याधिक पसीना बहने समेत उन्हें स्वास्थय से जुड़ी कुछ परेशानियां हो रही हैं. चक्रवर्ती को अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी गई थी, लेकिन उन्होंने घर में ही उपचार कराने की बात कही है. जानकारी के मुताबिक चक्रवर्ती को पहले ही स्वास्थ्य संबंधी परेशानियां हैं. हालांकि, अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि क्या संभावित एंटीबैक्टीरियल इंजेक्शन के चलते उन्हें कोई विपरीत दुष्प्रभाव हो रहे हैं. इस हफ्ते की शुरुआत में टीएमसी सांसद को वैक्सीन कैंप में आमंत्रित किया गया था, जहां वैक्सीन लेने के बाद एसएमएस नहीं मिलने से उन्हें टीकाकरण पर शक हुआ.

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आईएएस अधिकारी बताकर लगवाया गया था कैंप
इसके बाद उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए जानकारी दी थी कि वैक्सीन भले ही नकली थी, लेकिन वे हानिकारक नहीं थीं. सांसद ने बताया कि कैंप पर इस्तेमाल किए जा रहे वायल्स को जांच के लिए लैब भेजा गया है और 4-5 दिनों में परिणाम आ सकते हैं. गौरतलब है कि कोलकाता में कुछ समय से 'फर्जी वैक्सीन कैंप' का मामला खबरों में छाया हुआ में है. यहां देबांजन देव नाम के एक शख्स ने खुद को आईएएस अधिकारी बताकर दो वैक्सीन कैंप लगवाए थे. अंदाजा लगाया जा रहा है कि इस दौरान टीएमसी सांसद समेत करीब दो हजार लोगों ने टीका लगवाया था. मामले का खुलासा होने के बाद पुलिस ने कई वैक्सीन की जगह पर इस्तेमाल किए जा रहे वायल पर लगे एक एंटीबायोटिक इंजेक्शन के फर्जी लेबल बरामद किए.