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गोवा के अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 4 घंटे में 13 की मौत, अब तक 74 मरे

गोवा के अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 4 घंटे में 13 की मौत

Updated on: 14 May 2021, 11:21 AM

highlights

  • गोवा मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन की कमी बरकरार
  • चौथे दिन भी चार घंटे में मरे 13, अब तक 74 की मौत
  • अस्पताल प्रशासन की आपराधिक लापरवाही की मिसाल

पणजी:

मोदी सरकार भले ही दावा करे, लेकिन देश में कोरोना वायरस के कहर के बीच ऑक्सीजन की कमी का संकट अभी भी बरकरार है. गोवा के गोवा मेडिकल कॉलेज में एक बार फिर ऑक्सीजन की कमी लोगों की मौत का कारण बनी है. गोवा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बीती रात दो बजे से सुबह 6 बजे तक 13 लोगों की मौत हो गई. बताया जा रहा है कि ये मौत ऑक्सीजन लेवल की कमी के कारण हुईं. गौरतलब बात यह है कि इस अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से मौतों का सिलसिला थम नहीं रहा है. पिछले तीन दिनों से लगातार ऑक्सीजन की कमी से मौतों का सिलसिला जारी है. इस कारण अब तक 74 मरीज अपनी जान गंवा बैठे हैं.

लगातार चौथे दिन ऑक्सीजन की कमी से मरे मरीज
इस प्रशासन की गंभीर लापरवाही का ही अंजाम कहा जाएगा कि ऑक्सीजन की कमी से लगातार चौथे दिन कोरोना मरीजों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा है. इस अस्पताल में बीते दिनों से ऑक्सीजन की कमी के कारण मरीज़ों के मरने का सिलसिला जारी है. आंकड़ों की बात करें तो मंगलवार को 26, बुधवार को 20, गुरुवार को 15 और अब शुक्रवार को 13 लोगों की मौत दर्ज की गई है. कोविड वार्ड में हुई इस मौत के कारण अस्पताल की फजीहत हो रही है, तो वहीं यहां अधिकारियों का कहना है कि लॉजिस्टिक में दिक्कत के कारण ऐसा हुआ है. 

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बाम्बे हाईकोर्ट तक पहुंचा मामला
बताते हैं कि गोवा सरकार ने अब इस मेडिकल कॉलेज में ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर एक समिचति बनाई है, जिसमें आईआईटी के बीके मिश्रा, गोवा मेडिकल कॉलेज के पूर्व डीन वीएन जिंदर और तारिक थॉमस शामिल हैं. गौरतलब है कि अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से मरने वालों का मसला बाम्बे हाईकोर्ट जा पहुंचा है. गुरुवार को ही राज्य सरकार की ओर से हाईकोर्ट को बताया गया कि अस्पताल में ऑक्सीजन का दबाव कम होने के कारण अधिकांश मरीजों की मौत हुई है. कोर्ट ने केंद्र से गोवा में कोरोना के बिगड़ते हालात के मद्देनजर जल्द कोटा के मुताबिक ऑक्सीजन की आपूर्ति करने को कहा है. हाई कोर्ट आक्सीजन सप्लाई की कमी से हाल में हुई मरीजों की मौत से जुड़ी विभिन्न याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा था.