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पूर्व छात्र ने आईआईटी दिल्ली को उपहार में दिए 1 मिलियन अमरीकी डालर

पूर्व छात्र ने आईआईटी दिल्ली को उपहार में दिए 1 मिलियन अमरीकी डालर

Updated on: 18 Oct 2021, 09:30 PM

नई दिल्ली:

आईआईटी दिल्ली के एक पूर्व छात्र डॉ मोहित एरोन ने आईआईटी दिल्ली को 1 मिलियन अमरीकी डालर उपहार में दिए हैं। उन्होंने यह राशि आईआईटी दिल्ली के कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग विभाग को दी है।

आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र द्वारा दी गई इस धन राशि का उपयोग संकाय की अनुसंधान गतिविधियों को प्रोत्साहन देने के लिए किया जाएगा। आईआईटी दिल्ली के मुताबिक इस धनराशि का उपयोग करते हुए यह सुनिश्चित किया जाएगा कि विभाग के स्नातक, परास्नातक और पीएचडी छात्र भारत और विदेशों में आयोजित कार्यशालाओं, प्रतिस्पर्धी कार्यक्रमों और सम्मेलनों में भाग ले सकें।

मोहित आरोन को आमतौर पर हाइपर-कन्वज्र्ड इन्फ्रास्ट्रक्च र के जनक के रूप में जाना जाता है। मोहित आरोन स्केलेबल निर्माण में 15 से अधिक वर्षों के अनुभव के उद्यमी और व्यवसायी हैं। उन्होंने 2009 में न्यूटेनिक्स और 2013 में कोहेसिटी इंक की स्थापना की। आज यह दोनों कंपनियां यूनिकॉर्न बन गई हैं।

2018 में, डॉ एरोन को राइस विश्वविद्यालय से उत्कृष्ट इंजीनियरिंग पूर्व छात्र पुरस्कार मिला, जहां उन्होंने 2000 में अपनी पीएचडी पूरी की। उन्हें 2019 में आईआईटी दिल्ली से विशिष्ट पूर्व छात्र पुरस्कार भी मिला।

अपने योगदान के पीछे के कारणों के बारे में बात करते हुए, डॉ मोहित एरोन ने कहा, मेरी शिक्षा आईआईटी दिल्ली में हुई, कंप्यूटर विज्ञान विभाग मेरे करियर का एक आधारभूत स्तंभ रहा है। आज मैं जो कुछ भी हूं, उसी की वजह से हूं। यह उपहार, उस विभाग को वापस कुछ देने का मेरा तरीका है जिसने मुझे इतना कुछ दिया है।

उपहार का स्वागत करते हुए, आईआईटी दिल्ली, कंप्यूटर विज्ञान और इंजीनियरिंग प्रमुख प्रोफेसर प्रेम कालरा ने कहा, सीएसई विभाग ने पिछले 2 वर्षों में कई नए सदस्यों को संकाय में जोड़ा है। मोहित का यह उदार उपहार हमें 2025 तक दुनिया भर के शीर्ष 50 सीएस विभागों में और 2030 तक शीर्ष 30 में अपने लक्ष्य की ओर आगे ले जाएगा।

प्रोफेसर वी. रामगोपाल राव, निदेशक, आईआईटी दिल्ली ने मोहित आरोन को उनके उदार उपहार के लिए धन्यवाद दिया और कहा, पूर्व छात्रों का योगदान, जैसे कि मोहित का, एक महत्वपूर्ण संसाधन है। आईआईटी दिल्ली में हाल ही में लॉन्च किए गए स्कूल ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस को लेकर भी सीएस, एआई, डेटा साइंस और संबद्ध क्षेत्रों में अनुसंधान और प्रशिक्षण करने वाले छात्रों के बीच काफी एक्साइटमेंट है।

डिस्क्लेमरः यह आईएएनएस न्यूज फीड से सीधे पब्लिश हुई खबर है. इसके साथ न्यूज नेशन टीम ने किसी तरह की कोई एडिटिंग नहीं की है. ऐसे में संबंधित खबर को लेकर कोई भी जिम्मेदारी न्यूज एजेंसी की ही होगी.