अमेरिकी राष्ट्रपित डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को पेन्सिल्वेनिया में आयोजित रैली में भारत, रूस और चीन जैसे देशों पर निशाना साधा है। डोनाल्ड ट्रंप ने इस रैली में पैरिस समझौते पर चर्चा करते हुए कहा कि अमेरिका इस समझौते पर खरबों डॉलर खर्च कर रहा है। जबकि रूस, भारत और चीन जैसे प्रदूषण फैलाने वाले 'कुछ नहीं' दे रहे हैं।
ट्रंप ने रैली में कहा कि वे बहुत जल्द ही इस मसले पर बड़ा फैसला लेंगे। वैश्विक पर्यावरण को लेकर हुई इस क्लाइमेट डील को ट्रंप ने एकतरफा करार दिया। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका को भुगतान करने के लिए गलत तरीके से टारगेट किया जा रहा है।
जलवायु परिवर्तन को लेकर 2015 में संयुक्त राष्ट्र की प्लान पर 194 देशों ने एक समझौते के तहत हस्ताक्षर किए थे। वहीं 143 देशों ने इसके प्रति दृढ़ता दिखाई थी। इस समझौते में पूरी दुनिया में हो रहे जलवायु परिवर्तन में बदलाव लाकर 2 डिग्री तक तापमान घटाने की बात की गई थी।
और पढ़ें: डोनाल्ड ट्रंप पर अमेरिकी मीडिया का निशाना, कहा- 'हम फेक न्यूज वाले नहीं हैं'
ट्रंप ने इस समझौते पर दावा किया है कि अगर वे इस समझौते का पालन करते हैं तो अमेरिका की जीडीपी को अगले 10 सालों में करीब 2.5 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है। जिसे चलते पूरे देश की फैक्ट्रियां और प्लांट्स बंद हो जाएंगे।
ट्रंप ने अपने प्रशासन के पहले 100 दिन की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, 'हम वादे पूरे कर रहे हैं, मेरे शासनकाल में लोग बहुत खुश हैं।' ट्रंप ने मेक्सिकों में बॉर्डर पर दीवार बनाने का अपना वादा फिर से दोहराया।
और पढ़ें: सऊदी अरब में मस्जिद पर हुए हमले में शामिल 46 आईएस आतंकवादी गिरफ्तार
Source : News Nation Bureau