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गृहमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक ऐसा है डॉ. मनमोहन सिंह का सफर

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह देश के 14वें प्रधानमंत्री रहे हैं. मनमोहन सिंह विचारक और विद्वान के रूप में प्रसिद्ध हैं. मनमोहन सिंह अपनी नम्रता, कर्मठा और कार्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं.

Updated on: 11 May 2020, 01:35 AM

नई दिल्ली:

भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह देश के 14वें प्रधानमंत्री रहे हैं. मनमोहन सिंह विचारक और विद्वान के रूप में प्रसिद्ध हैं. मनमोहन सिंह अपनी नम्रता, कर्मठा और कार्य के प्रति प्रतिबद्धता के लिए जाने जाते हैं. मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को ब्रिटिश शासन के भारत के पंजाब प्रांत में हुआ था. डॉक्टर मनमोहन सिंह 1948 में पंजाब विश्वविद्यालय से मेट्रिक की शिक्षा पूरी की.

इसके बाद उन्होंने अपनी आगे की पढ़ाई ब्रिटेन के कैंब्रिज विश्वविद्यालय से प्राप्त की. 1957 में उन्होंने अर्थशास्त्र में प्रथम श्रेणी से ऑनर्स की डिग्री ली. इसके बाद 1962 में उन्होंने ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के नूफिल्ड कॉलेज में अर्थशास्त्र में डी. फिल की. भारत में निर्यात की निर्भरता के डॉ. मनमोहन सिंह आलोचक रहे हैं.

पंजाब विश्वविद्यालय और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स में डॉ. सिंह ने शिक्षक के रूप में कार्य किया जो उनकी अकादमिक श्रेष्ठता दिखाता है. इसी बीच में कुछ वर्षों के लिए उन्होंने UNCDAT सचिवालय के लिए भी कार्य किया. इसी के तहत डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 1987 और 1990 में जिनेवा में दक्षिण आयोग के महासचिव के रूप में नियुक्त किया गया.

1971 में डॉ. मनमोहन सिंह वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में शामिल हुआ. 1972 में उनकी नियुक्ति वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार के रूप में हुई.

वित्त मंत्री के रूप में डॉक्टर मनमोहन सिंह

डॉक्टर मनमोहन सिंह ने 1991 से 1996 तक भारत के वित्त मंत्री के रूप में कार्य किया जो स्वतंत्र भारत के आर्थिक इतिहास में एक निर्णायक समय था. आर्थिक सुधारों के लिे व्यापक नीति के निर्धारण में उनकी भूमिका को सभी ने सराहा है. भारत में इन वर्षों को डॉ. सिंह के व्यक्तित्व के अभिन्न अंग के रूप में जाना जाता है.

राष्ट्रीय सम्मान

डॉक्टर मनमोहन सिंह को कई पुरस्कार मिल चुके हैं. भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण (1987), भारतीय विज्ञान कांग्रेस का जवाहरलाल नेहरू जन्म सताब्दी पुरस्कार उन्हें 1995 में मिला, वित्त मंत्री के लिए एशिया मनी अवार्ड , वित्त मंत्री के लिए यूरो मनी अवार्ड, कैंब्रिज यूनिवर्सिटी का एडम स्मिथ पुरस्कार, कैंब्रिज के सेंट जान्स कॉलेज में विशिष्ट प्रदर्शन के लिए राइट पुरस्कार उन्हें मिल चुके हैं.

प्रधानमंत्री बने मनमोहन सिंह

अपने राजनीतिक जीवन में डॉ. मनमोहन सिंह 1991 से राज्य सभा के सदस्य रहे. जहां 1998 से 2004 तक वह विपक्ष के नेता थे. डॉ. मनमोहन सिंह 2004 के आम चुनाव के बाद 22 मई 2004 के आम चुनाव के बाद 22 मई 2004 को प्रधानमंत्री बने. 22 मई 2009 को दूसरी बार वह पीएम बने. डॉ. सिंह और उनकी पत्नी श्रीमती गुरशरण कौर की तीन बेटियां हैं.