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निर्भया गैंगरेप के इन 6 गुनहगार पर सुप्रीम कोर्ट का अंतिम फैसला आज

16 दिंसबर 2012 की रात दक्षिणी दिल्ली के मुनरिका इलाके में गैंगेप की एक ऐसी घटना घटी जिसने दिल्ली ही नहीं देश को हिला कर रख दिया था।

Updated on: 05 May 2017, 11:46 AM

नई दिल्ली:

16 दिंसबर 2012 की रात दक्षिणी दिल्ली के मुनिरका इलाके में गैंगेप की एक ऐसी घटना घटी जिसने दिल्ली ही नहीं देश को हिला कर रख दिया था। निर्भया को इंसाफ दिलाने के लिए सड़क से संसद तक आवाज उठी।

6 दरिंदों ने निर्भया को अपनी हवस का शिकार बनाया था जिसकी वजह आज वो हमारे बीच नहीं है। 6 दोषियों में एक ने जेल में आत्महत्या कर ली जबकि एक दोषी के नाबालिग होने के कारण उसे सिर्फ 3 साल के लिए बाल सुधार गृह में भेज दिया गया था।

निर्भया गैंगरेप के बाकी बचे 4 दोषियों पर शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट अपना अंतिम फैसला सुनाएगी। हम आपको याद दिलाते हैं आखिर कौन हैं निर्भया की मौत के ये 6 गुनहगार।

राम सिंह - जिस बस में निर्भया के साथ गैंगरेप हुआ था उस बस को राम सिंह नाम का शख्स ही चला रहा था। राम सिंह ने गैंगरेप करने के साथ ही निर्भया और उसके दोस्त को लोह के रॉड से बुरी तरह पीटा था। घटना के अगले दिन ही पुलिस ने राम सिंह को गिरफ्तार कर लिया था। 10 मार्च 2013 को राम सिंह ने तिहाड़ जेल में खुदकुशी कर ली थी।

मुकेश सिंह - जिस रात बस में गैंगरेप की ये घटना हुई थी उस वक्त मुकेश सिंह भी बस में सवार था। मुकेश बस में साफ-सफाई का काम किया करता था। गैंगरेप के बाद मुकेश ने निर्भया और उसके दोस्त को बुरी तरह पीटा था। मुकेश सिंह अभी तिहाड़ जेल में है।

पवन गुप्ता - पवन गुप्ता दिल्ली में फल बेचने का काम करता था। 16 दिसंबर को गैंगरेप के समय ये भी अपने दोस्तों के साथ बस में मौजूद था। फिलहाल पवन गुप्ता भी तिहाड़ जेल में अन्य दोषियों के साथ बंद है। वो जेल में रहकर ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रहा है।

विनय शर्मा - बस में अपने साथियों के साथ विनय शर्मा ने भी निर्भया के साथ दरिंदगी की थी। विनय शर्मा पेशे से फिटनेस ट्रेनर था। जिस वक्त राम सिंह निर्भया के साथ दरिंदगी कर रहा था उस वक्त विनय शर्मा ही बस को चला रहा था।

अक्षय ठाकुर - बिहार का रहने वाला अक्षय ठाकुर अपनी पढ़ाई छोड़कर घर से भागकर दिल्ली आया था। दिल्ली आने के बाद इसी दोस्ती राम सिंह, फल बेचने वाला पवन गुप्ता से हुई थी। तिहाड़ जेल में कैद अक्षय ठाकुर ने अपनी जान को जेल में खतरा बताया था जिसके बाद इसकी सुरक्षा को औऱ चाक चौबंद कर दिया गया है।

नाबालिग - गैंगरेप का छठा आरोपी एक नाबालिग है जिसको जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड ने 3 साल के लिए बाल सुधार गृह भेज दिया था। दावा है कि गैंगरेप के दौरान निर्भया से सबसे ज्यादा दरिंदगी इसी नाबालिग ने की थी। पिछले साल दिसंबर में सजा पूरी होने के बाद रिहा कर दिया गया था।

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इस मामले में दिल्ली हाईकोर्ट ने 4 आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई थी जिसके बाद मामला सुप्रीम कोर्ट में था। करीब 4 साल की सुनवाई के बाद शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट अपना फैसला सुनाएगी।

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