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होम आइसोलेशन के नियमों की नहीं करें अनदेखी, सही से पालन करने पर जल्द होंगे रिकवर

नए वेरिएंट ओमीक्रॉन से पहले संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन के लिए 14 दिन बीताने पड़ रहे थे, लेकिन अब दिनों की संख्या घटाकर 7 दिन कर दी गई है.

Updated on: 16 Jan 2022, 10:58 AM

highlights

  • कोविड पॉजिटिव मरीजों को इस बार भी होम आइसोलेशन की सलाह
  • तीन दिन तक लगातार बुखार नहीं आने पर होम आइसोलेशन खत्म 
  • धैर्य, पॉजिटिव सोच और पारासिटामोल दवा रिकवर करने में मददगार

नई दिल्ली:

Home Isolation for Covid : देश में कोरोना मरीजों (Covid Patient) की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. प्रतिदिन नए केस सामने आ रहे हैं. भले ही इस बार मरीजों में कोरोना के हल्के लक्षण सामने आ रहे हैं, लेकिन इसे गंभीरता से नहीं लेना आपके लिए बड़ी भूल हो सकती है. कोविड पॉजिटिव (Covid Positive) मरीजों को इस बार भी होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है. संक्रमित होने के बाद लोग होम आइसोलेशन (Home Isolation) में ही ठीक हो जा रहे हैं. सबसे खास बात यह है कि यदि आम सही-सही होम आइलोशन का पालन करते हैं तो आप जल्द ही संक्रमण को दूर सकते हैं. पिछली बार की तुलना में इस बार दिनों की संख्या भी घटा दी गई है.

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अब सिर्फ 7 दिनों का होम आइसोलेशन

नए वेरिएंट ओमीक्रॉन से पहले संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेशन के लिए 14 दिन बीताने पड़ रहे थे, लेकिन अब दिनों की संख्या घटाकर 7 दिन कर दी गई है. एक हफ्ते में अगर तीन दिन तक लगातार मरीज को फीवर नहीं आता है, तो उसका होम आइसोलेशन खत्म हो जाएगा. बिना जांच के मरीज इससे बाहर आ सकता है.  दिल्ली में वर्तमान हालात को लेकर एम्स के कोविड एक्सपर्ट डॉक्टर नीरज निश्चल ने कहा कि तीन चीजों पर ध्यान देनें की जरूरत है. इनमें सबसे पहला धैर्य फिर पॉजिटिव सोच और तीसरा पारासिटामोल दवा है. इन तीनों पर ध्यान देने से आप जल्द ही रिकवर हो सकते हैं. 

इन दिशा-निर्देशों का करें पालन

दिशा-निर्देश के अनुसार, होम आइसोलेशन वाले मरीजों को कुछ खास चीजों का ध्यान रखना जरूरी है. वेंटिलेशन वाला कमरा हो. अलग टॉयलेट हो. ट्रिपल लेयर मास्क का इस्तेमाल करें. इसके अलावा डाइट में ज्यादा लिक्विड का सेवन करें. साथ ही बिना लक्षण वाले मरीज और हल्के लक्षण वाले मरीज जिनका ऑक्सीजन सेचुरेशन 93 परसेंट से ज्यादा हो, उन्हें होम आइसोलेशन की सलाह दी गई है.

कंट्रोल रूम से लगातार बने रहें संपर्क में

बिना लक्षण वाले और माइल्ड मरीज जो होम आइसोलेशन में रहेंगे, उनसे जिला स्तर पर बने कंट्रोल रूम को लगातार संपर्क में रहना होगा. कंट्रोल रूम उन्हें जरूरत पड़ने पर टेस्ट कराने, लक्षण के आधार पर आगे के इलाज की जरूरत के बारे में सलाह देंगे. कोई भी संक्रमित मरीज बिना डॉक्टरी सलाह के दवा लेने की कोशिश नहीं करें. सीटी स्कैन हो या चेस्ट एक्सरे, बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं कराएं. 

 

होम आइसोलेशन में इन नियमों का पालन जरूरी : 

1. एसिम्टोमेटिक मरीज के संपर्क में आए लोगों की जांच जरूरी नहीं है
2. कोविड संक्रमित मरीज परिवार से अलग अपने कमरे में ही रहे
3. घर में अगर परिवर के बाकी सदस्य भी हैं, तो कम से कम एक मीटर की दूरी रखें
4. अगर घर में कोई बुजुर्ग हो, कोई पहले से बीमार हो, प्रिग्नेंट महिला हो, बच्चे हों तो उन्हें अलग रहने की सलाह है
5. अगर घर में कोई भी संक्रमित इंसान है, तो उन्हें बाहर नहीं जाना चाहिए। सभी को आइसोलेश में रहना चाहिए
6. घरेलू सामान को शेयर करने से बचें, खासकर टॉवेल, साबुन, बर्तन, ग्लास, कप, बेड्स आदि
7. घर के अंदर सभी ट्रिपल लेयर मास्क का प्रयोग करें, अगर मरीज के कमरे में जा रहे हैं, तो एन 95 मास्क का प्रयोग बेहतर है
8. आइसोलेशन के दौरान मरीज हर समय सर्जिकल मास्क का प्रयोग करे, इसे रोजाना बदलें और सही से डिस्पोज करें
9. आइसोलेशन में रहते हुए अगर खांसी, फीवर या सांस लेने में ज्यादा दिक्कत होने लगे, तो हेल्पलाइन पर फोन करें
10. सेल्फ टेस्ट की सलाह दी गई है, लेकिन बार बार रिपीट न करें
11. फीवर चेक करने के लिए घर में थर्मामीटर रखें, हो सके तो इसका चार्ट बना लें, ताकि डॉक्टर से संपर्क के दौरान बता सकें
12. ऑक्सिमीटर जरूरी है, 93 परसेंट से अगर सेचुरेशन कम हो तो अस्पताल में मरीज को भर्ती करने की जरूरत है